केकड़ी 1 नवंबर(पवन राठी)बाड़ ही खेत को खाने लगे और कोतवाल ही चोरियां करने लगे तब हालात क्या हो सकते है सोचनीय बिंदु है दोनों ही उक्तियां केकड़ी न्यायालय परिसर पर चरितार्थ होती नजर आ रही है।
केकड़ी कोर्ट के एडवोकेट मोहिंदर जोशी ने बताया कि कोर्ट केंपस गेट पर मलबे का ढेर लगा हुआ है । कोर्ट कैंपस के सौंदर्यीकरण कोचिढ़ाते नजर आ रहा है मलबे का ढेर और कूड़ा करकट, लेकिन ठेकेदार को नहीं है इस बात की परवाह। केकड़ी कोर्ट कैंपस के स्वागत द्वार का निर्माण कार्य कछुवा चाल से चल रहा है जिससे लगता है आगामी 6 महीने में भी कोर्ट कैंपस के स्वागत द्वार निर्माण का कार्य पूर्ण होने वाला नहीं है। जिसे दे रखा है सौंदर्य करण का जिम्मा वही बिगाड़ रहा है कोर्ट कैंपस के सोन्दर्यीकरण को। लंबे समय से निर्माण कार्य बंद होने के कारण वहां कूड़ा करकट व मलबे का अंबार लगा हुआ है। जिससे पूरे कोर्ट कैंपस का सौंदर्य करण बिगड़ चुका है। वहां से होकर न्यायिक एवं प्रशासनिक अधिकारी भी गुजरते हैं । कोर्ट कैंपस में जो सुलभ कंपलेक्स बन रहा है उसका भीनिर्माण कार्य कछुआ चाल से चल रहा है ।कछुआ चाल से कैंपस में सड़क निर्माण कार्य भी अधूरा है । लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ठेकेदार की लापरवाही पर कोई एक्शन लेने वाला नहीं है।
मजेदार बात यह है कि तमाम न्यायाधीशों सहित उपखंड के मालिक उपखंड अधिकारी दिन में अनेको बार निर्माणाधीन प्रवेश द्वार एवम सुलभ काम्प्लेक्स में सामने से गुजरते है लेकिन ठेकेदार की मनमर्जी के आगे लगता है सभी नत मस्तक हो चुके है जिससे ठेकेदार के हौंसले बुलंद है और वो अपने ही अंदाज से इन कार्यो को पूरा करने की ठान बैठा है।
गौर तलब है कि प्रवेश द्वार से पूरे दिन आवागमन रहता है शायद प्रशासन किसी हादसे की बाट जोहता प्रतीत हो रहा है और हादसा होने के बाद ही उपखंड प्रशासन हरकत में आएगा।