मूर्ति चोर गिरोह के दो गुर्गे गिरफ्तार

अजमेर। रिश्वत मामले में अजमेर पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद चौतरफा आलोचना झेल रही अजमेर पुलिस को सोमवार को एक बड़ी कामयाबी मिली। पुलिस ने अजमेर संभाग में बढ़ रही मूर्ति चोरी की वारदातों का खुलासा करते हुए मूर्ति चोर गिरोह के दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार गिरोह का सरगना और दो अन्य सदस्य फिलहाल फरार है।
किशनगढ थाना क्षेत्र में आने वाले रघुनाथपुरा जैन मंदिर से विगत 18 दिसम्बर की रात हथियारों की नोंक पर चोरी गई जैन प्रतिमाओं और 11 चांदी के छत्रों की चोरी के मामले में पुलिस ने पाली निवासी प्रवीण उर्फ देवराज, गिरदाराम और मांगीलाल को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार मूर्ति चोरों का यह शातिर गैंग पहले मंदिरों की रैकी किया करता था और देर रात वारदात को अंजाम दिया करता था। इस गैंग के तार मूर्ति तस्कर गिरोह से जुडे होने की संभावना जताई जा रही हैं। अजमेर रेंज के आईजी अनिल पालीवाल के अनुसार गिरफ्तार कि गये आरोपियों में टोडाराय सिंह के पहाड पर स्थित जैन मंदिर और सरवाड के ग्राम फतहगढ के प्राचीन मंदिर से बेशकीमती प्रतिमाओं की चोरी की वारदात को भी कबूला है।
पालीवाल के अनुसार यह गैंग हथियारों से लैंस होकर वारदात को अंजाम देती है। उन्होंने बताया कि पुलिस फिलहाल इनसे पूछताछ में जुटी है। पुलिस को आशा है कि पकडे गये दोनों आरोपियों से कुछ और बडे खुलासे होने की भी संभावना है। पिछले पांच दिन से चल रहे रिश्वत प्रकरण से जिला पुलिस की धूमिल हुई छवि को बचाते हुए आईजी पालीवाल ने कहा कि पुलिस के बेड़े में सभी बेईमान नहीं, ईमानदारों की भी कोई कमी नहीं। आमजन को पुलिस पर पूर्व की तरह अपना विश्वास कायम रखना चाहिए।
error: Content is protected !!