कलाकार सीमान्त ज्योतियाना ने पीपल की पत्ती पर उकेरा श्री राम का स्वरूप

अयोध्या में राम मंदिर बनकर तैयार हो चुका है, आगामी 22 जनवरी को मंदिर का उद्घाटन होना है. इससे पहले कलाकार अपनी प्रतिभाओं के जरिए भगवान राम को याद कर रहे हैं. इसी तरह एक कलाकार ने ऐसी पेंटिंग तैयार की है, जिसमें भगवान राम को चित्रित किया गया है. अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होना है. इस दिन राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी जिसको लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण पर हैं. देश भर के अलग-अलग राज्यों में तैयारियां जोरों पर हैं और हर राम भक्त इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनना चाहता है. सबके मन में बस एक भाव है कि किसी तरह राम मंदिर के इस यज्ञ में एक छोटी सी आहुति उनकी भी हो. इस कड़ी में कलाकार भी अपनी-अपने तरीकों से प्रभु राम को याद कर रहे हैं. जैसे वह राम धुन लिखना हो उसे गाना हो या फिर प्रभु राम को किसी भी तरीके से याद करना हो.

इस बीच अजमेर शहर के एक आर्टिस्ट (कलाकार) सीमान्त ज्योतियाना ने प्रभु राम के लिए एक ऐसी पेंटिंग बनाई जिसने सब का मन मोह लिया है. पेंटिंग भी ऐसी जिसका निर्माण किसी कागज ,भित्ति, कपड़े, कैनवास पर नही बल्कि पीपल की पत्ती (फिकस रेलिगिऔस ) पर बनाया गया है पेंटिंग में श्री राम के सहित उनके हाथ पर गिलहरी का चित्रण किया गया है ये पेंटिंग पीपल के पेड़ के सबसे ऊपरी बड़ी पत्ती पर बना है जिसका माप लगभग साढ़े 8×6 सेंटी मीटर का है चित्र मिक्स मीडियम में बनाया गया है
सीमान्त ज्योतियाना का कहना है की प्राचीन कला,साहित्य को पढ़ने के बाद कई ऐसी दुर्लभ कला विधाओं की जानकारियां मिली है जो कला संसार के लिए बहुत कारगर है ऐसी ही जानकारियों को दिमाग मे रखते हुए ये पेंटिंग बनाने का ख्याल आया !
सीमान्त गत 10 वर्षो से चित्रकारी विधा से जुड़े हुए हैं जानकारी के अनुसार ये देश के प्रतिष्ठित कला संस्थान स्नातककोत्तर चित्रकला विभाग दयानंद महाविद्यालय अजमेर के प्रतिष्ठित भूतपूर्व कला विधार्थी है
ज्योतियाना की पीपल की पत्ती पर चित्रण की अनोखी कला विधा कला सुर्खियों मे रहती है इन्हे बचपन से विशेषकर भगवानों को पेंटिंग बनाने का शौक है चित्रकारी के लिए इनको कुछ संभाग, राज्य व नेशनल स्तर के अवॉर्ड्स भी प्राप्त हो चुके हैं !

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