रेल बजट में इन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाए

अजमेर। अजयमेरु नागरिक अधिकार एवं जन चेतना समिति के जनसंपर्क प्रभारी एन के जैन सीए ने एक पत्र लिख कर अजमेर मंडल रेल प्रबंधक के माध्यम से रेल मंत्री को कुछ महत्वपूर्ण सुझाव प्रेषित किए हैं।
पत्र में लिखा है कि समिति की ओर से समय-समय पर अजमेर की रेल संबंधी आवश्यकताओं पर ध्यान आकर्षित किया जाता रहा है। आगामी रेल बजट में जिन बिंदुओं पर रेल मंत्रालय को ध्यान देना चाहिए वे निम्र हैं:-
1. जयपुर-जबलपुर के बीच चलने वाली दयोदय एक्सप्रेस टे्रन को अजमेर तक बढ़ाया जाए।
2. सप्ताह में तीन दिन चलने वाली जयपुर-चैन्नई/कोयम्बटूर टे्रन को अजमेर तक बढ़ाया जाए।
3. अजमेर से चैन्नई के लिए सप्ताह में एक दिन भीलवाड़ा-रतलाम होकर गाड़ी चलाई जाए ताकि अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़ को चैन्नई से जोड़ते हुए सीधी गाड़ी मिल सके। अजमेर, भीलवाड़ा क्षेत्र के व्यापारियों सेचैन्नई के घनिष्ठ व्यापारिक सम्बन्ध हैंं और इस रूट पर पर्यटक भी भारी मात्रा में मिलेंगे, जिससे रेलवे को भी अच्छी आमद होने की सम्भावना है।
4. उदयपुर-सियालदाह अनन्या नं. 12316, अजमेर-पटना जियारत एक्सप्रेस, नं. 12396 अजमेर-एर्नाकुलम नं. 12978, अजमेर-रांची गरीब नवाज नं. 18632, गाडिय़ां श्री महावीरजी से गुजरती हैं, इन चारों टे्रनों का स्टोपेज जैन समाज के महत्वपूर्ण तीर्थ श्री महावीरजी स्टेशन पर दिया जाए।
5. पुष्कर रेल लाइन का विस्तार मेड़ता रोड तक किया जाए ताकि अजमेर से बीकानेर व अमृतसर के रूटों का संचालन हो सके।
6. अजमेर रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर यात्री भार कम करने के उद्देश्य से रेलवे स्टेशन के पीछे पालबीचला की तरफ भी निकास बनाया जाए ताकि अजमेर की आधी आबादी इसी निकास द्वार का उपयोग कर सके व स्टेशन रोड पर भीड़ को कम किया जा सके। इस हेतु आवश्यक बजट उपलब्ध कराया जाय।
7. अहमदाबाद-आगरा फोर्ट के बीच सप्ताह में तीन दिन चलने वाली टे्रन नं. 12548 को सप्ताह में सात दिन चलाया जाए।
8. खाटू श्यामजी व सालासर हिन्दू समाज के आहूत पवित्र तीर्थ माने जाते हैं, जहां नियमित रूप से यात्री पहुंचते हैं। इस रूट पर अजमेर के यात्रियों को वाया रींगस होकर जाना पड़ता है। अजमेर-दिल्ली के बीच वाया रींगस चलने वाली गाडियां बहुत कम हैं। अत: अजमेर-दिल्ली के बीच चलने वाली कुछ टे्रनों को वाया रींगस चलाया जाए ताकि इन तीर्र्थोंं पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को सुविधा मिल सके व रेलवे की आमदनी भी बढ़ सके।
9. सप्ताह में दो दिन चलने वाली अजमेर-हैदराबाद को सप्ताह में दो दिन के स्थान पर तीन दिन एवं सप्ताह में एक दिन चलने वाली अजमेर-कोलकाता एक्सपे्रस वाया भोपाल को सप्ताह में एक दिन के स्थान पर तीन दिन किया जाए।
10. अजमेर-हैदराबाद टे्रन को एक दिन वाया नागपुर चलाया जाय। नागपुर जैसे महत्वपूर्ण स्टेशन से अभी तक अजमेर की कोई सीधी गाड़ी नहीं है।
11. सप्ताह में तीन दिन चलने वाली उदयपुर-सियालदाह अनन्या एक्सप्रेस ट्रेन नं. 12316 को प्रतिदिन चलाया जाए।
12. आगरा-जयपुर के बीच चलने वाली नं. 12036, शताब्दी टे्रन को अजमेर तक बढाया जाय। अजमेर पर्यटन व हिन्दू एवं मुस्लिम धर्म की दृष्टि से विश्व के मानचित्र पर है अत: आगरा व जयपुर के बीच चलने वाली इस टे्रेन को अजमेर तक बढ़ाया जाना पर्यटकों व तीर्थ यात्रियों, जायरीनों के हित में रहेगा और रेलवे को भी इससे अतिरिक्त आमदनी होगी। यह टे्रन वैसे भी जयपुर स्टेशन पर फालतू ही खड़ी रहती है।
13. अजमेर-कोटा के बीच अभी कोई सीधी टे्रन संचालित नहीं है जबकि ये दोनों नगर शिक्षा के महत्वपूर्ण केन्द्र हैं। अजमेर सहित कई नगरों के विद्यार्थी कोटा आते-जाते रहते हैं। इन दोनों स्टेशनों के बीच नई रेल लाइन डालने हेतु बहुत छोटा टुकड़ा बचा हुआ है। यदि उस टुकड़े पर कार्य शीघ्र पूरा किया जाय तो येे दोनों महत्वपूर्ण नगर रेल मार्ग से जुड़ सकेंगेऔर अनगिनत विद्यार्थियों व जनता को लाभ मिल सकेगा। इस रूट पर माल-भाड़ा भी काफी मिलेगा जिससे रेलवे को काफी फायदा भी होगा।
14. अजमेर रेलवे स्टेशन पर स्वयं द्वारा संचालित ट्रॅाली व्यवस्था का शुभारंभ किया जाए, जैसे कि सियालदाह स्टेशन पर किया गया है। अजमेर स्टेशन को वल्र्ड क्लास बनाने के क्रम में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
15. वल्र्ड क्लास रेलवे स्टेशन बनाने के क्रम में अजमेर को पर्याप्त बजट दिया जाए ताकि वल्र्ड क्लास बनाने कड़ी में विभिन्न लम्बित योजनाएं लागू की जा सकें।
16. रेलवे स्टेशन परिसर में आर.एम.एस. बिल्डिंग को हटाकर इस कार्यालय हेतु नई बिल्डिंग बनाई जाय और इस स्थान को मल्टीस्टोरी पार्किंग बनाकर उपयोग में लाया जाय। इसके लिए पर्याप्त बजट की व्यवस्था की जाय।
आशा है रेल मंत्री उपरोक्त सभी बातों पर गहराई से विचार कर अजमेर की आवश्यकताओं के अनुरूप कार्यवाही करेंगे।

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