अजमेर, 03 अप्रैल। विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने बुधवार को अजमेर उत्तर क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और आमजन को स्वतंत्रता सैनानी श्री विनायक दामोदर सावरकर के जीवन पर आधारित स्वातंत्र्य वीर सावरकर फिल्म दिखाई। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता फिल्म के शो में उपस्थित रहे।
शो के बाद कार्यकर्ताओं को चर्चा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष श्री देवनानी ने कहा कि देश की स्वतंत्रता एवं आजादी की लड़ाई में वीर सावरकर का अतुलनीय योगदान है। इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। श्री विनायक दामोदर सावरकर का जन्म महाराष्ट्र के नासिक शहर के पास भागूर गांव में हुआ था। श्री सावरकर भारत के क्रांतिकारी, स्वतंत्रता सेनानी, समाजसुधारक, इतिहासकार, राजनेता तथा विचारक थे। उन्हें वीर सावरकर के नाम से भी सम्बोधित किया जाता है। राष्ट्रवाद की राजनीतिक विचारधारा को विकसित करने का बहुत बड़ा श्रेय श्री सावरकर को जाता है।
उन्होंने कहा कि वह अपनी बहादुरी के लिए जाने जाते थे और यही कारण था कि उन्हें वीर कहकर बुलाया जाने लगा। सावरकर अपने बड़े भाई श्री गणेश से बेहद प्रभावित थे, जिन्होंने उनके जीवन में प्रभावशाली भूमिका निभाई थी। वीर सावरकर ने एक संगठन की स्थापना की जिसने लोगों को भारत की पूर्ण राजनीतिक स्वतंत्रता के लिए लड़ने के लिए प्रेरित किया जाता था।
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने के कारण वीर सावरकर की ग्रेजुएशन की डिग्री वापस ले ली। जून 1906 में वे बैरिस्टर बनने के लिए लंदन गए। जब वे लंदन में थे, तो उन्होंने इंग्लैंड में भारतीय छात्रों को ब्रिटिश औपनिवेशिक आकाओं के खिलाफ प्रोत्साहित किया। विनायक दामोदर सावरकर हिंदू महासभा में प्रमुखता का स्थान रखते थे। अपने बड़े भाई गणेश सावरकर के साथ, विनायक दामोदर सावरकर ने 1903 में नासिक में मित्र मेले की स्थापना की। इस गुप्त क्रांतिकारी समूह ने बाद में अपना नाम बदलकर अभिनव भारत सोसाइटी कर लिया। अभिनव भारत के मौलिक लक्ष्य ब्रिटिश शासन का उन्मूलन था। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाकर अंडमान द्वीप समूह पर सेल्यूलर जेल में कालेपानी की सजा दी।
श्री देवनानी ने कहा कि उनका जीवन सदैव भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक अग्रणी योद्धा के रूप में याद किया जाएगा। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता, पार्षद और आमजन उपस्थित रहे।
