राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड : उड़न दस्तों के संयोजकों की कार्यशाला आयोजित

 अजमेर, 4 मार्च। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की आगामी बोर्ड परीक्षाओं के सफल एवं सुचारू संचालन के लिए मंगलवार को बोर्ड सभागार में उड़न दस्तों के संयोजकों की एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में बोर्ड प्रशासक एवं संभागीय आयुक्त श्री महेश चंद्र शर्मा ने संयोजकों को उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

      श्री शर्मा ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं की निष्पक्षता, पारदर्शिता और सुचितापूर्ण संपादन करने के लिए उड़न दस्तों की जिम्मेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। परीक्षाओं के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो, इसके लिए संयोजकों को पूरी सतर्कता बरतनी होगी। उन्होंने निर्देश दिया कि परीक्षा केंद्रों पर अनुशासन बनाए रखने, नकल प्रवृत्ति पर नियंत्रण रखने तथा परीक्षार्थियों के हितों की रक्षा करने में उड़न दस्तों को सजग रहना होगा।

     उन्होंने निर्देशित किया कि प्रतिदिन परीक्षा संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं के साथ सामान्य रूप से 4 से 5 परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया जाए। परीक्षा प्रारंभ होने से 45 मिनट पूर्व एक परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र खोलने,  विवरण व अन्य व्यवस्थाओं आदि का भी निरीक्षण किया जाए। साथ ही समय समय पर नोडल व एकल केंद्र जहां पर प्रश्न पत्र रखे हैं, वहां से पेपर कॉर्डिनेटर द्वारा प्रश्न पत्र वितरण की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जाए। उड़न दस्ते की कार्य अवधि 6 मार्च से 9 अप्रैल तक परीक्षा संपन्न होने तक रहेगी।

       उन्होंने हाल ही में बोर्ड द्वारा रीट परीक्षा के सफल आयोजन पर सबके संयुक्त प्रयासों की सराहना की। इसी प्रकार राज्य सरकार एवं बोर्ड की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए निर्देशों का अक्षरशः पालना करनी है। बोर्ड परीक्षाओं का शुचिता पूर्ण आयोजन करना है। बोर्ड परीक्षाओं में लाखों बच्चों का भविष्य निर्धारण होता है। ये देश के कर्णधार एवं जिम्मेदार नागरिक होंगे। प्रत्येक परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो ।

       उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा 6 मार्च से प्रारंभ होगी। इसके लिए राज्यभर में 63 उड़न दस्ते नियुक्त किए गए हैं। ये दस्ते परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण कर अनुशासन व गोपनीयता सुनिश्चित करेंगे। बोर्ड प्रशासन ने सभी उड़न दस्तों को सख्ती से निर्देश दिए हैं कि वे परीक्षा के दौरान उच्चतम सतर्कता और निष्पक्षता बरतें। इससे परीक्षा प्रणाली की विश्वसनीयता एवं गरिमा बनी रहेगी।

       बोर्ड सचिव श्री कैलाश चंद्र शर्मा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि प्रश्न पत्रों की सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित करना सभी संबंधित अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्रों को निर्धारित समय पर खोलने, संग्रहण केंद्रों पर सुरक्षित रखने और उन्हें नोडल व एकल केंद्रों तक सही तरीके से पहुंचाने की समुचित व्यवस्था का भी उड़नदस्ते जायजा लेवें। परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण के दौरान अवांछनीय  गतिविधि मिलने पर तथा नकल की सूचना पाने पर त्वरित कार्यवाही करें ।

     उन्होंने उड़न दस्तों के संयोजकों से कहा कि वे बोर्ड के निर्देशानुसार सभी केंद्रों का निरीक्षण करें और परीक्षा संचालन की व्यवस्था का जायजा लें। परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्र खोलने की प्रक्रिया की निगरानी करें तथा सुनिश्चित करें कि सभी व्यवस्थाएं बोर्ड के नियमों के अनुरूप हों। साथ ही बोर्ड द्वारा प्राप्त फॉर्मेट की पूर्तियों की दैनिक रिपोर्ट आवश्यक रूप से ईमेल पर प्रेषित करें। निरीक्षण से पूर्व योजनाबद्ध तरीके से रूट चार्ट बनाकर कार्य पूर्ण निष्ठा से संपादित करें ।

      कार्यशाला में बोर्ड अधिकारियों ने उड़न दस्तों के संयोजकों को उनके दायित्वों एवं परीक्षा प्रक्रिया की बारिकियों से अवगत कराया। इस दौरान प्रश्नोत्तरी सत्र भी आयोजित किया गया। इसमें संयोजकों ने परीक्षा से जुड़ी विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया।

        इस अवसर पर विशेषाधिकारी श्रीमती नीतू यादव, वित्तीय सलाहकार श्रीमती रश्मि बिस्सा सहित समस्त उड़न दस्तों के संयोजक उपस्थित रहे।

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