अनोखी तोप को देखने उमडे ग्रामीण

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तोपनुमा आकृति की मशीन को देखने उमडे ग्रामीण

अरांई । कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के पास अनोखी तोप को देखने के लिए ग्रामीणों का जमघट लग गया। युद्ध के समय काम आने वाली तोब तो करीब सब लोगों ने देखी है । लेकिन अरांई निवासी मोहम्मद रफीक के हाथ क ी कला ने बासं के डन्डों को सीधा करने की तोपनुमा आकृति की लकडी की मशीन बना डाली। पांच घटों की कडी मेहनत से लकडी की बनी तोपनुमा मशीन की किमत ढाई से तीन हजार रूपये आंकी जा रही है। मोहम्मद रफीक ने बताया कि वह मकान बनाने में काम आने वाले सामान चाली, बल्लियों, नसरणी, आदि की दुकान करता है। क ई दफा बांस के डंन्डों में मोटापन, व मुढावन होनें से उसे माल बेचने में काफी मशक्कतम करनी पडती थी। परेशान होकर अपनी हाथों के हुनर से इस हैरतगैंज कारनामें को अंजाम दिया। मोहम्मद रफीक ने बताया कि पहले भटटी में आग लगाकर बांस को निश्चित तापमान में गरम करने के बाद तोपनुमा मशीन में लगाकर सीधी क ी जाती है। । लकडी की तोप को देखने किशनलाल तमोली, मोहम्मद रफीक, अनिल सारस्वत, उमराव गोरेली , जुगलकिशोर मेवाडा, अशरफ अली, लक्ष्मण जाट, दीपक शर्मा, रामरत्न सैन, ,कुलदीप तमोली, अशोक रैदास ,आदि लोग सहित ग्रामीण उपस्थित थे। ग्रामीणों ने इस कलाकारी की प्रशंसा की।

बाल मेला आज

अरांई । उपतहसील मुख्यालय पर पावर हाउस चौराहे के पास स्थित कस्तूरबा गॉधी बालिका आवासीय विद्यालय में बाल मेले का आयोजन सोमवार को होगा। सर्व शिक्षा अभियान के रिसोर्स प्रर्सन शंकरलाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मेले का शुभारम्भ प्रात दस बजे होगा। जिसमेें ब्लॉक के तीस नोडल व माडल विद्यालयों में से प्रत्येक विद्यालय के कक्षा 6 से 8 की बीस बालक बालिकाए भाग लेगी। मेले में विज्ञान, अगें्रजी, गणित , व सामान्य ज्ञान , विषयों में रूचि बढाने के लिए चालीस से भी अधिक गतिविधियों की स्टॅाल लगाई जायेगी। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्रधान पारसी देवी जाट व समाज सेवी एडवोकेट भागीरथ चौधरी करेगें। कार्यक्रम में जनशिक्षण संस्था के निदेशक सी के पोरवाल भी विशिष्ट अतिथि के रूप में भागीदारी करेगें। प्रधानाध्यापिक बबली यादव, अध्यापक जयसिंह खंगारोत, कैदार वैष्णव, सरस्वती बोहरा सहित सभी शिक्षक एंव छात्रावास की बालिकाए रविवार को दिनभर मेले की तैयारियों में जुटी रहीं।

फांसी पर विभिन्न संगठनों ने जताई खुशी

अरांई । 2001 में संसद में हुए हमले के मास्टर माइन्ड अफजल गुरू को फॉसी मिलने पर कस्बे वासियों सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोगों ने खुशी जताई। जिला उपाध्यक्ष गोपीलाल मेवाडा ने बताया कि अफजल को फांसी देने पर शहीदों की आत्मा को शान्ती मिलेगी। इस अवसर पर भाजपा मण्डल अध्यक्ष निर्मल कुमार भण्डिया, युवा मौर्चा अध्यक्ष नाथू नुवाद , भंवर सिंह राजावत, प्रवक्ता बनवारी पुरी, रामाकिशन माली, रामदेव माली, प्रहलाद तालोड,पप्पू माली, भगवान दत्त शर्मा, कल्याण जांगिड, गिरधारी चौयल, रामलाल प्रजापत, जतन चौधरी, शिवसेना अध्यक्ष मोहित कलवार, कल्याण नवयुवक मण्डल के पवन औझा, नवीन सारस्वत, प्रफुल पाटोदिया, सहित ग्रामीणों ने खुशी जताई ।

राजेश पायलट की जयंति मनाई

अरांई । पंचायत समिति परिसर में काग्रेंसियों ने राजेश पायलट की जयंति मनाई। कार्यक्रम क ी अध्यक्षता की कर रहे अल्पसंख्यक ब्लॉक अध्यक्ष रसीद मौहम्मद ने सभी कार्यकर्ताओं कों राजेश पायलट के बताए गए मार्गो पर चलने तथा उनके सिंद्धान्तों क ो अपनाने की बात कही। इस अवसर पर पूर्व मण्डल अध्यक्ष अमराराम मैघवंशी, पूर्व जिला महामंत्री जब्बर सिंह राठौड, नरेन्द्र सारण, ब्लॉक उपाध्यक्ष कैलाश सैन, कमलेश गौड, उमराव गौरेली सहित कई काग्रेंसी उपस्थित थे।

मृत आश्रित को नहीं मिला हक

अरांई । कस्बे के अध्यापक कुलदीप सिंह राठौड के पुत्र को उनके स्वर्गवास होने के डेढ साल बाद भी मृत आश्रित को नौकरी देने में सरकार नाकाम साबित हो रही है। इससे स्वर्गीय अध्यापक के परिजनों को महंगाई के दौर में परेशानिया उठाते हुए बैराजगारी का सामना करना पड रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वर्गीय कुलदीप सिंह राठौड राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ढसूक में अध्यापक केे पद पर कार्यरत थे। 8 अगस्त 2011 को सेवारत रहते हुए बीमारी के दौरान उनकी मृत्यु हो गईथी। कुलदीप सिंह राठौड का पूरा परिवार जीवन यापन करने के लिए उन पर ही निर्भर था। इसके पश्चात कुलदीप सिंह राठौड के पुत्र हरपाल हरेन्द्र सिंह ने मृत आश्रित कर्मचारी के रूप में नौकरी करने के लिए शिक्षा विभाग को विधिवक्त तरीके से आवेदन 6 प्रति में 12 नवम्बर 2011 को ही प्रस्तुत कर दिये थे। लेकिन विभाग द्वारा मृत आश्रित को डेढ साल बीत जाने पर भी पनाह नहीं दे पाया। नौकरी पाने के लिए मृत आश्रित हरपाल हरेन्द्र सिंह शिक्षा राज्य मंत्री, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निदेशक, उपनिदेशक कार्यालय के चक्कर काटने पड रहे है। परन्तु प्रशासानिक अधिकारी द्वारा डेढ साल गुजर जाने पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। मामले को लेकर स्थानीय सभी शिक्षक संघों में विभाग के प्रति रोष व्याप्त है।

– मनोज सारस्वत

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