देवनानी ने उठाया ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने का मामला

devnaniअजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने राजस्थान विधान सभा में नियम 50 के अन्तर्गत एक स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से अजमेर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारे जाने तथा रिहायषी कॉलोनियों में हर साल भरने वाले वर्षाजल का स्थायी समाधान निकाले जाने का मामला उठाया। देवनानी ने सदन में ऐतिहासिक नगरी अजमेर की पुरानी बसावट की ओर सरकार का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा कि शहर में लगभग 58 नाले स्थित है जिनमें अधिकांष पुराने समय के कच्चे बने हुए है। इन नालों में डाले जाने वाले कचरे, इनमें उगने वाली झाड़ियों तथा अतिक्रमण आदि कारणों से ये नाले संकरे व उथले हो गये है साथ ही इनमें से कई नाले वर्तमान में क्षेत्र की आवष्यकता के अनुरूप छोटे भी हो गये है। उन्होंने कहा कि गत तीन वर्षो में नगर निगम के नकारात्मक रवैये के कारण इन नालों की समुचित सफाई भी नहीं हो रही है। गत वर्ष तो स्थिति यह बन गई थी कि बरसात प्रारम्भ होने तक नालों की सफाई के टेन्डर भी नहीं खुले। ऐसी स्थिति में कच्चें नालों से प्रवाहित होकर पानी कैसे आगे बढ़ सकता है।
उन्होंने शहर में स्थित आनासागर झील के चारों ओर बसी कई रिहायषी कॉलोनियों का जिक्र करते हुए कहा कि गत वर्ष हुई अच्छी बरसात से इन कॉलोनियों मेें पानी भर गया था जिसे पम्प लगाकर निकालना पड़ा। आज तक एक-दो स्थानों पर पम्प चल रहे है। मोतीविहार कॉलोनी के पास से गुजर रहे बाडी नदी एस्केप चैनल में उपर तक पानी भरा हुआ है जिसमें बच्चों के गिरने की सम्भावना बनी रहती है। झील के किनारे स्थित विश्राम स्थली जहंा उर्स मेले व अन्य दिनों में आने वाले जायरीन ठहरते है वहां पर अभी तक पानी भरा हुआ है। इस वर्ष होने वाली वर्षा से तो झील का पानी विश्रामस्थली को क्रास करके पुष्कर रोड़ मुख्य मार्ग तक भी आ सकता है। देवनानी ने कहा कि सागर विहार, वनविहार, मोतिविहार, नगरा, प्रकाष रोड़, अलवरगेट, गुलाबबाड़ी, जादूघर आदि शहर के कई ऐसे क्षेत्र है जो हर साल होने वाली बरसात में पानी भरने की समस्या से त्रस्त है। शहर के नालों से आए दिन होने वाले ऑवर लो के कारण नालों का गन्दा पानी शहर के प्रमुख बाजारों, मार्गो- मदारगेट, कचहरी रोड़, महावीर सर्किल, गंज, नलाबाजार आदि मार्गो पर बहता रहता है।
उन्होंने कहा कि अजमेरवासियों को यहंा के ड्रेनेज सिस्टम में व्याप्त खामियों के कारण बहुत परेषानी उठानी पड़ रही है। शहर के सभी नालों का पुनर्निर्माण कराया जाना आवष्यक हो गया है। देवनानी ने इसके लिए सरकार से बजट का प्रावधान करने का आग्रह किया जिससे शहरवासियों को हो रही समस्याओं से निजात मिल सके तथा आगामी उर्स मेले में आने वाले जायरीनों को भी विश्रामस्थली पर ठहरने की सुविधा मिल सके। देवनानी ने शहर के धानमंडी, दरगाह बाजार, देहलीगेट, गंज, मदारगेट कबाड़ी बाजार से एस्केप चैनल ब्रहमपुरी तक, जीपीओ मार्ग से पीएनबी तक, नसीराबाद रोड़ का नाला, प्लाजा सिनेमा से केईएम स्टेषन रोड़ तक, दातानगर काजी के नाले तक, आहूजा पुलिया, प्रकाषरोड़ का नाला, शास्त्रीनगर विस्तार, न्यूमेजेस्टिक से स्टेषन रोड़, फायसागर से ज्ञानविहार तक बाडी नदी नाला, काजीपुरा से बाडी नदी तक, बोराज से बाडी नदी तक, चौरसियावास, पंचषील, आतेड़ का नाला, केषवनगर, राजीव कालोनी, रातीडांग, नौसर से आनासागर तक, कैलाषपुरी, कोटड़ा, नागफणी से गुजरने वाले नाले, कुन्दननगर, पलटन बाजार, पुलिस लाईन से आनासागर एस्केप चैनल तक के नाले सहित शहर में विभिन्न स्थानों पर स्थित नालों के पक्का व तकनीकी रूप से व्यवस्थित निर्माण कराया जाने की आवष्यकता बतायी।

सरकार गंभीर नहीं है बंधुआ श्रमिकों के मामले में
अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज विधान सभा में तारांकित प्रष्न के माध्यम से राज्य सरकार से बंधुआ श्रमिकों के सर्वे के बारे में पूछा। प्रष्न के जवाब में सरकार ने बताया कि वर्ष 2001ृ-02 में केन्द्र सरकार से 2 लाख रू. की दर से 18 लाख की राषि प्राप्त हुई थी जिससे 9 जिले में सर्वे कराया गया था। अलवार, बांसवाड़ा, बांरा, बाडमेर, चित्तौड़गढ़, धौलपुर, जयपुर, जोधपुर व कोटा जिलों में सर्वे कराया गया जिसमें कोई बंधुआ श्रमिक नहीं पाया गया । देवनानी ने इसे अत्यन्त ही विचारणीय बताया कि एक ओर तो भारत सरकार के श्रम मंत्रालय ने प्रत्येक 3 वर्ष में बंधुआ श्रमिकों के सर्वे हेतु धनराषि उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान सुनिष्चित किया हुआ है दूसरी ओर अपने प्रावधान को नजरअंदाज करते हुए 2001-02 के बाद आज तक प्रदेष को कोई सर्वे राषि नहीं दी गयी परन्तु हमारी राज्य सरकार ने भी इस मामले में पूर्णतः उदासीनता बरतते हुए सर्वे राषि प्राप्त करने अथवा सर्वे कराये जाने में कोई रूचि नहीं दिखाई । उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र व राज्य सरकार के संवेदनहीन होने के कारण गत दिनों ही समाचार पत्र में बंधुआ श्रमिकों को छुड़ाने जिनमें अधिकांष बच्चे शामिल थे, मामला प्रकाष में आया है।
न्यास द्वारा जनहित के विकास कार्य समय पर नहीं कराये जा रहे
अजमेर उत्तर विधायक प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज विधान सभा में अतारांकित प्रष्न के माध्यम नगर सुधार न्यास अजमेर द्वारा गत चार वर्षो में विभिन्न योजनाओं/मद में कराये गये विकास कार्यो की जानकारी मांगी। देवनानी ने बताया कि सरकार से इस सम्बंध में जवाब प्राप्त हुआ है उससे यह स्पष्ट होता है कि नगर सुधार न्यास द्वारा विकास कार्यो कराने में लापरवाही बरती गयी । कई विकास कार्य निर्धारित अवधि में नहीं कराये जा सके। इसके लिए कुछ ठेकेदारों से नाम मात्र की क्षतिपूर्ति राषि वसूल करके मामलों को निपटा दिया गया है जबकि सम्बंधित अधिकारी को न्यास ने इसके लिए दोषी नहीं माना है। देवनानी ने कहा कि यदि न्यास अधिकारी प्रभावी मानिटरिंग करते तो शहर हित के विकास कार्य समय पर होते तथा जनता लाभान्वित हो पाती।
उन्होेने कहा कि सरकार ने जवाब में बताया है कि वैषाली नगर ए व एन ब्लाक में फुटपाथ व पेवर कार्य न्यास बैठक 25.08.09 में स्वीकृत किया गया था परन्तु आज तक अधूरा पड़ा है। पंचषील नगर सी ब्लाक में 521 से 712 तक पेवरीकरण कार्य 11.11.2010 तक पूर्ण करना था जो आज भी अधूरा पड़ा है। गणेष गवाड़ी योजना में सड़क निर्मार्ण 12.07.10 से 11.11.2010 के मध्य पूर्ण करना था परन्तु अपूर्ण है। इसी प्रकार सरकार ने बताया कि नागार्जुन ठेकेदार को सीवरेज कार्य दिया गया जो 30.09.10 को प्रारम्भ कर 24.05.12 तक पूर्ण करना था जो आज भी प्रगति पर चल रहा है। इसके कारण क्षेत्र की सड़कों का बुरा हाल है, क्षेत्रवासी परेषान हो रहे है।
देवनानी ने बताया कि इसी प्रकार फ्रेण्डस कॉलोनी में सड़क व नाली निर्माण का कार्य 5.7.11 से 4.10.11 के बीच पूर्ण करना था जिसे आज भी प्रगति पर बताया गा है। जेएनएनयूआरएम योजना में ईफ्रा इंजी. प्रा लि को 13 एमएलडी सिवरेज ट्रीटमेंट प्लान्ट आनासागर की डिजाईन, निर्माण, टेस्टिंग व 5वर्ष रखरखाव का कार्य दिया गया था जिसे 21.09.12 तक पूर्ण करना था जो कि आज भी प्रगति पर बताया है। इण्डिया मोटर्स से कचहरी रोड़ पर क्षेत्रपाल के सामने नाले को कंवर कर पार्किंग स्पेस का कार्य 27.04.12 तक पूर्ण करना था जो आज भी प्रगति पर बताया गया है। इसी प्रकार आरपीएससी कॉलोनी में सड़क निर्माण 1.1.12 तक पूर्ण होना था जो वर्तमान में रूका हुआ है। वर्ष 2011-12 में प्रषासन शहरों के संग अभियान के तहत नाली रिपेयरिंग व पार्को, डिवाइडरों की रिपेयरिंग का कार्य 26.11.12 तक पूर्ण करना था जो आज भी प्रगति पर है। देवनानी ने बताया कि प्रष्न के जवाब में प्राप्त एक बड़ी सूची में इस प्रकार के कई कार्य है जिनमें विधायक कोष से अभिषंषित कार्य भी सम्मिलित है जिन्हे न्यास समय पर नहीं करवा पाया है। देवनानी ने आरोप लगाया कि न्यास की लापरवाही व उदासीनता के कारण शहरवासी सड़क, नालियों आदि विभिन्न सुविधाओं के लिए तरस रहे है और न्यास स्वीकृत कार्य भी समय पर नहीं करवा पा रहा है।

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