शिक्षा अधिकारी दे रहे कनिष्ठ अभियंता को शह

arain-मनोज सारस्वत- अरांई। सर्व शिक्षा अभियान के जिला समन्वयक कार्यालय में गत 9 वर्षो से जमे कृषि विभाग के कनिष्ठ अभियंता द्वारा अरांई ब्लॉक सहित जिले के सरकारी विद्यालयों के निमार्ण कराने का मामला प्रकाश में आया है। अरांई जाट महासभा के ब्लॉक अध्यक्ष जतन चौधरी ने जिला कलेक्टर को शिकायत भेज कर विरोध जताया कि उक्त कनिष्ठ अभियंता का आयुक्त राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद् ने स्थानान्तरण करने के बावजूद जिला अधिकारियों द्वारा रिलीव नहीं कर जिले में निमार्ण कार्य करवाये जा रहे है। जबकि विभाग के पास सिविल अभियंता मौजूद है तो कृषि अभियंता से कार्य करवाना जिला अधिकारियों के कार्यशैली पर प्रश्र चिन्ह लगा रहा है। जाट ने आरोप लगाया कि कृषि अभियंता की तकनीकी दक्षता भवन निर्माण में संदेह के घेरे में है। एनिकट बनाने वाले कृषि अभियंता द्वारा जिले के विद्यालयों में भवन निर्माण करवाने से बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल उठता है। उक्त कृषि अभियंता द्वारा अधिकारियों की शह पर अन्य सिविल अभियंताओं के कार्यों में दखलंदाजी करने से जिला कार्यालय की व्यवस्था भी चरमरा गई है। इससे विभागाधीन जिले के अन्य सिविल अभियंताओं में भी रोष व्याप्त है। मामले में राजस्थान प्रारम्भिक शिक्षा परिषद के आयुक्त द्वारा मुख्य सचिव के निर्देश पर 13 मई को आदेश जारी कर राज्य में सर्व शिक्षा अभियान के अधीन कुल 8 कृषि अभियंताओं को जलग्रहण एवं भू-संरक्षण विभाग जयपुर हेतु कार्यमुक्त जारी करने के निर्देश दिए। जानकारी के अनुसार शेष 7 अभियंताओं को तो कार्यमुक्त कर दिया गया है। मगर एसएसए जिला कार्यालय अधिकारियों की सरपरस्ती में कनिष्ठ अभियंता प्रेमांशु विजयवर्गीय तीन माह होने पर भी जमे बैठे है। जिला अधिकारी स्थानान्तरण आदेशों की पालना नहीं कर आयुक्त के आदेशों की धज्जियां उडा रहे है। कृषि विभाग के अभियंता गत 9 वर्षों से शिक्षा विभाग में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत है। जबकि प्रतिनियुक्ति की अधिकतम सीमा 5 वर्ष तक की ही होती है।

सम्बन्धित कनिष्ठ अभियंता को कार्यमुक्त करने के आदेश जिला परिषद अनुमोदन के लिए भिजवाए गए है। अनुमोदन मिलते ही अभियंता प्रेमांशु को कार्यमुक्त कर दिया जाएगा।
-बुद्धराज कटारिया, जिला परियोजना समन्वयक एवं जिला शिक्षा अधिकारी (प्रा.शि.) अजमेर
कृषि अभियंताओं द्वारा विद्यालय भवन निर्माण कार्य करवाना गैर वाजिब है। जिला स्तर पर अधिकारियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही पर ग्रामीण क्षेत्र में अध्ययनरत विद्यार्थियों की सुरक्षा पर असर पड सकता है।
-जतन चौधरी, ब्लॉक जाट महासभा अध्यक्ष।

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