-राजकुमर शर्मा- मदनगंज-किशनगढ। के न्द्रीय कपनी मामलाल मंत्री एवं सांसद सचिन पायलट के साथ दूरी बताये जाने की बात पर विधायक नाथूराम सिनोदिया ने सफ ाई दी हैं कि वे सचिन पायलट के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में उमीदवारों के चयन के लिऐ वे लगातार सपर्क में हैं एवं उन्ही से चर्चा कर उमीदवारों को पैनल तैयार किये गये हैं। सिनोदिया ने संगठन में चली राजनीति को सिरे से नकारते हुए कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता संगठन है जिसके बूते ही आगे बढा जा सकता है, बाद में उनकी जाति है।
शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता मे विधायक नाथूराम सिनोदिया ने बताया कि गलतफ हमी में अफ वाहें फै लाई जा रही है कि वे सचिन पायलट से दूर हो चुके हैं। दूरी बताकर उन्हे कौन सा लोकसभा का चुनाव लडना है। उन्होने अपने व स्व. राजेश पायलट से अच्छे सबंधो की चर्चा करते हुए कहा कि सुरसुरा में तेजाजी महाराज मन्दिर की आधार शिला उनके द्वारा रखवाई गई थी। किशनगढ विधायक एवं जिला कांग्रेस देहात अध्यक्ष नाथूराम सिनोदिया ने डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी द्वारा सचिन पायलट पर विरोधी मुखर एवं उन्हे बाहरी उमीदवार बताये जाने के सवाल पर सिनोदिया का कहना था कि रामचन्द्र चौधरी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु अजमेर कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावत पत्र बताकर लाये थे परन्तु किसी ाी विधायक के हस्ताक्षर नहीं होने से उन्होने भी हस्ताक्षर नहीं किये। लेकिन उनकी बयानबाजी का उन्होने जरूर जमकर विरोध किया था। फि लहाल यह तय नही हो पा रहा है कि नाथूराम सिनोदिया का किन परिस्थितियों में सचिन पायलट पर वापस प्रेम जागा है। अगर हम पूर्व की बात करें तो गत दिनो इंडोर स्टेडियम अजमेर में रखी गई देहात जिला कांग्रेस की बैठक व उसके बाद किशनगढ में जिले के पैनल पर चर्चा करते समय सिनोदिया ने कही भी सचिन पायलट के साथ विचार विमर्श का जिक्र नहीं किया। हालांकी सिनोदिया ने स्पष्ट किया था कि पार्टी मुझे टिकट नहीं देती है तो पूरे जिले में संगठन में सिपाही की तरह प्रचार कर संगठन को मजबूत बनाने का प्रयास करूंगा। अब यह तो पार्टी तय करेंगी की सिनोदिया को पुन: उमीदवार बनाकर लाये या फि र उनके लबे राजनीति अनुभव का इस्तेमाल कर जिले की राजनीति को मजबूत बनाने के लिए उन्हे स्वतंत्र रखे। इधर रामचन्द्र चौघरी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही को लेकर जब सचिन पायलट से सपर्क किया गया तो उनके प्रतिनिधि विकास ने बताया कि चौधरी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु प्रदेशाध्यक्ष को लिखे गये पत्र मे सभी विधायको ने हस्ताक्षर किये है मगर उसमें सिनोदिया के हस्ताक्षर नहीं है। हालांकी पैैनल को लेकर पायलट से विचार विमर्श किये जाने के सवाल पर चुप्पी रखते हुए कोई जवाब नहीं दिया।