बीएसएनएल के खुले अधिवेशन में नहीं मिल सकी राहत

23-08-13-पीयूष राठी- केकड़ी। दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड द्वारा शुक्रवार को केकड़ी में खुले अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस अधिवेशन के आयोजन का मकसद तो था उपभोक्ताओं को आ रही विभिन्न समस्याओं से निजात दिलाना,मगर जब अपनी शिकायतें लेकर उपभोक्ता टेलीफोन एक्सचेंज पहुंचे तो लगभग सभी उपभोक्ताओं का आरोप था कि अधिवेशन सिर्फ खाना पूर्ति के लिये आयोजित किया जा रहा हैं। खुले अधिवेशन में पहुंचे अनेक उपभोक्ताओं का आरोप था कि पिछले कई महिनों से उनके लैण्डलाईन फोन खराब पड़े हैं जिसकी अनेकों बार उन्होने शिकायत टेलिफोन एक्सचेंज में दर्ज करवाई हैं बावजूद इसके उनकी समस्याऐं जस की तस बनीं हुई हैं। आज जब खुले अधिवेशन की सूचना उपभोक्ताओं को लगी तो बड़ी संख्या में वे टेलीफोन एक्सचेंज पहुंच गये और अपनी समस्याऐं बाहर से आये अधिकारियों को बताई तो अधिकारियों ने भी सिवाय आश्वासन देने के कुछ नहीं किया।
गौरतलब हैं कि केकड़ी शहर में पिछले कई समय से लैण्डलाईन उपभोक्ताओं को भारी समस्याऐं आ रही हैं कई उपभोक्ता तो ऐसे हैं जिनके पिछले कई माह से टेलिफोन बंद पड़े हैं बावजूद इसके उनके टेलिफोन के बिल आ रहे हैं इससे परेशान होकर अनेकों उपभोक्ताओं ने तो अपने कनैक्शन तक कटवा लिये हैं। इन समस्याओं का एक बड़ा कारण केकड़ी टेलिफोन एक्सचेंज में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारीयों की लापरवाही व उदासीनता भी हैं। हालात यह हैं कि यहां कार्यरत लाईनमेन तो ड्यूटी टाईम पर ही शराब के नशे में धुत्त रहते हैं जिसकी खबरें कई अखबारों की सुर्खियां भी बन चुकी हैं,मगर उच्चाधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्यवाही ना करने के चलते ही आज भी शहर में भारत संचार निगम लिमिटेड की साख पर बट्टा लगता नजर आ रहा हैं। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर कब तक भारत संचार निगम लिमिटेड की सुविधाओं में सुधार आ पाता हैं या केकड़ी वासियों को यूं ही टेलिफोन की समस्या से दो चार होना पड़ेगा।
इनका कहना है –
aमेरे पहले एसटीडी पीसीओ था जिसके लिये मेने सिक्योरिटी के रूप में पांच हजार रूपये एक्सचेंज में जमा कराये थे,मेने दो माह पूर्व ही कनैक्शन कटवा लिया था तब मेरे बिल में सिक्योरिटी राशि तीन हजार रूपये ही लिखा हुआ आया,जबकि मेरे पास पांच हजार रूपये की रसीद भी हैं। विभाग द्वारा कोई सुनवाई नहीं हो रही आज भी अगले माह के लिये बोल रहे हैं।
-नंदकिशोर पाराशर, उपभोक्ता
bमैने अपना लैण्डलाईन फोन परेशान होकर कटवा दिया था जिसको 5 माह के करीब हो गया हैं बावजूद इसके अब तक मुझे सिक्योरिटी की राशि नहीं मिल पा रही हैं।
-राकेश जैन, उपभोक्ता
cमेने अपना पुराना बिल जमा करवा दिया था फिर भी अगले बिल में पिछले की राशि जोड़ कर बिल भेज दिया गया जिसको आठ माह हो चुके हैं अब भी सेटऑफ नहीं किया जा रहा। आज भी यहां समस्या बताई मगर फिर से यही कहा गया कि दिखायेगें।
-सुनिल कुमार राठी, उपभोक्ता
dयहां कोई सुनने वाला ही नहीं हैं,मैं पच्चासों बार यहां आ चुका हूं मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही हैं,पिछले काफी समय से मेरे घर व फेक्ट्री का लैण्डलाईन फोन खराब पड़ा हैं जिसको कई दफा शिकायत दर्ज करवा चुका हूं मगर कोई सुनवाई नहीं हैं। यहां के लाईनमेन तो नशे में धुत्त रहते हैं काम कहां से करेगें।
-गौतम रूपावत, उपभोक्ता

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