#SurgicalStrike2 पर युवा कवि साकेत गर्ग द्वारा लिखी कविता
गरजा है नभ शौर्य से अभिमान से मेरे देश के राष्ट्रगान से हिली है धरा हिला है अम्बर जयघोष हुआ गगनभेदी बाण से गरजा है नभ शौर्य से अभिमान से मेरे देश के राष्ट्रगान से आये हैं अब्बा सिखाने तुझे धर्म वाली सीख ऐ बुज़दिल! माँग ले अब रहम वाली भीख इन शहीदों की माँओं … Read more