ईमान का इंतकाल
कल मेने विभिन्न चैनलो पर होने वाली अलग अलग विषय पर बहस को सुना और पाया कि ना तो ईमानदारी प्रश्न में थी और ना ही जवाब में प्रश्नावली भी किसी दबाव में या चैनल के फायेदे में बनी थी तो जवाब भी सभी पार्टी प्रतिनिधि उस विषय से हट कर विषय की लाश को … Read more