एशिया में दो लाख पायलटों की जरूरत: बोइंग

सिंगापुर : विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग के एक अध्ययन में कहा गया है कि एशिया को अगले 20 साल में करीब 2,00,000 पायलटों की जरूरत पड़ेगी। पायलटों की सबसे ज्यादा मांग चीन और भारत में होगी।

अध्ययन में कहा गया है कि एशिया में विशेषकर चीन, भारत और पश्चिम एशिया में तेजी से बढ़ती विमानन कंपनियों को अगले 20 साल में 1,85,600 नए पायलटों और 2,43,500 तकनीकी कर्मियों की जरूरत पड़ेगी।

बोइंग फ्लाइट सर्विसेज के वैश्विक बिक्री निदेशक बॉब बेलिटो ने कहा, विमानन कर्मियों की यह जबर्दस्त मांग एक वैश्विक मुद्दा है, लेकिन एशिया प्रशांत क्षेत्र इससे खासतौर पर प्रभावित है। उन्होंने कहा, पर्याप्त संख्या में योग्य पायलट नहीं होने के चलते कुछ विमानन कंपनियां परिचालन में बाधा और उड़ान में विलंब का सामना कर रही हैं।

बेलिटो ने कहा, तेजी से बढ़ती इन अर्थव्यवस्थाओं में पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है और विमानन कंपनियों को भविष्य में पायलटों और तकनीकी कर्मियों की जरूरत को ध्यान में रखकर रणनीति बनानी चाहिए।

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