छह से नौ हुए सब्सिडी वाले सिलेंडर, डीजल में लगेगी आग

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सब्सिडी वाले सिलेंडरों की संख्या छह से नौ करके आम आदमी को राहत दी तो अगले ही पल तेल कंपनियों ने लोगों की जेब पर बोझ बढ़ाते हुए डीजल की कीमत दो से तीन रुपये बढ़ाने की घोषणा कर दी। कितनी बढ़ाए जाए इसको लेकर आज तेल कंपनियों की बैठक में फैसला लिया जाएगा।

डीजल की बढ़ी हुई कीमत आज आधी रात से लागू हो सकती हैं। इसके साथ ही सरकार ने डीजल की कीमतों से पल्ला झाड़ते हुए कहा अब तेल कंपनियों को डीजल की कीमतें बढ़ाने का अधिकार होगा।

सब्सिडी के नौ सिलेंडर अगले वित्तीय वर्ष 2013-2014 से मिलेंगे। जबकि चालू वित्तीय वर्ष में भी ग्राहकों को दो सिलेंडर दिए जाएंगे। आज आधी रात से डीजल की कीमत भी दो से तीन रुपये बढ़ सकती है। लगे हाथ सरकार ने खाद्य तेल की कीमतों में भी इजाफा करने का ऐलान कर डाला।

राजनीतिक मामलों की बैठक में एलपीजी और केरोसिन के दामों में कोई बदलाव नहीं गया और इनकी कीमतों को तय करने का अधिकार तेल कंपनियों को दे दिया गया। तेल कंपनियों के घाटे को कम करने के लिए डीजल की कीमत में क्रमबद्ध तरीके से अगले कुछ महीनों में 10 रुपये की वृद्धि किए जाने की संभावना है।

पेट्रोलियम सचिव जीएस चतुर्वेदी ने कहा है कि तेल कंपनियों को अपना घाटा पूरा करने के लिए थोड़ा-थोड़ा करके डीजल के दाम बढ़ाने की इजाजत दी गई है। डीजल की कीमत तय करने में भी सरकार की भूमिका अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है।

उल्लेखनीय है कि तेल कंपनियों को डीजल पर प्रति लीटर 10.16 रुपये, मिट्टी के तेल पर प्रति लीटर 32.17 रुपये और रसोई गैस के सिलेंडर [14.2 किग्रा] पर 490.50 रुपये का घाटा हो रहा है।

error: Content is protected !!