मुंबई। साइप्रस के बेलआउट पैकेज को देखते हुए आई शुरुआती तेजी घरेलू राजनीतिक चिंताओं की भेंट चढ़ गई। इसके चलते दलाल स्ट्रीट में सोमवार को लगातार सातवें सत्र में गिरावट का सिलसिला बरकरार रहा। इस दिन बंबई शेयर बाजार [बीएसई] का सेंसेक्स 54.27 अंक टूटकर 18681.13 पर बंद हुआ। सात सत्रों में यह सूचकांक 890 अंक लुढ़क चुका है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज [एनएसई] का निफ्टी 17.50 अंक की गिरावट के साथ 5651.35 पर बंद हुआ।
कर्ज संकट के शिकार साइप्रस को यूरो जोन से बेलआउट पैकेज पर सहमति बनने की खबर आने से ग्लोबल बाजारों में तेजी आई। इसके असर में दलाल स्ट्रीट में भी लिवाली लौटती दिखी। इसके चलते बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 18894.13 अंक पर मजूबत खुला। यह लिवाली के जोर से ऊंचे में 18950.22 अंक तक चढ़ा। इसके बाद विदेशी असर घरेलू राजनीतिक चिंता के सामने फीका पड़ गया।
केंद्र सरकार से द्रमुक की समर्थन वापसी के बाद से सरकार की स्थिरता को लेकर निवेशक आशंकित हैं। इसी चिंता में निवेशकों ने फिर बिकवाली शुरू कर दी। इससे सेंसेक्स यह एक समय 18654.61 अंक के निचले स्तर तक गया। बीएसई में इस दिन कैपिटल गुड्स, ऑटो, मेटल और बैंकिंग के शेयरों की ज्यादा पिटाई हुई। वहीं, रीयल्टी और पावर कंपनियों के शेयरों में निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई। सेंसेक्स की तीस कंपनियों में 20 के शेयर गिरे और नौ चढ़े, जबकि सन फार्मा यथावत बंद हुआ।