मार्जिन घटने से एमआरपीएल को घाटा

mrpl-reports-rs-6190-cr-net-loss-in-q4नई दिल्ली। मंगलोर रिफाइनरी एं डपेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) को जनवरी और मार्च तिमाही में 61.90 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। रिफाइनरी मार्जिन में भारी कमी के चलते कंपनी को यह नुकसान हुआ है। पिछले साल की समान तिमाही में एमआरपीएल को 601.97 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।

बीती तिमाही में एक बैरल कच्चे तेल की रिफाइनिंग पर कंपनी को 1.98 डॉलर का मार्जिन हासिल हुआ, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह रिफाइनरी मार्जिन 7.07 डॉलर प्रति बैरल रहा था। बीती तिमाही में कंपनी को इन्वेंट्री पर भी 26 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस दौरान कंपनी का कारोबार 17 फीसद बढ़कर 19,462 करोड़ रुपये हो गया, जबकि निर्यात 40 फीसद उछलकर 9,676 करोड़ रुपये हो गया।

पूरे वित्त वर्ष 2012-13 में कंपनी का रिफाइनरी मार्जिन 2.45 डॉलर प्रति बैरल रहा। इससे पिछले साल कंपनी का यह मार्जिन 5.60 डॉलर प्रति बैरल रहा था। बीते साल कंपनी को विनिमयों दरों में बदलाव से 536 करोड़ रुपये और इंवेंट्री पर 232 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इस साल कंपनी का कुल कारोबार 20 फीसद बढ़कर 68,834 करोड़ रुपये हो गया।

करूर वैश्य बैंक का प्रॉफिट बढ़ा

निजी क्षेत्र के करूर वैश्य बैंक का शुद्ध लाभ बीती तिमाही में आठ फीसद बढ़कर 158.58 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की समान तिमाही में बैंक को 146.79 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। बीती तिमाही में बैंक की आय बढ़कर 1,283.95 करोड़ रुपये हो गई। पिछले साल की समान तिमाही में यह आय 1,059.27 करोड़ रुपये रही थी।

पूरे वित्त वर्ष 2012-13 में बैंक का शुद्ध लाभ 9.68 फीसद बढ़कर 550.32 करोड़ रुपये हो गया। इससे पिछले साल बैंक को 501.72 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। बीते साल बैंक की आय बढ़कर 4,694.99 करोड़ रुपये हो गई, इससे पिछले साल यह आय 3,620.52 करोड़ रुपये रही थी।

उत्तम गाल्वा का लाभ गिरा

बिक्री में भारी कमी के चलते उत्तम गाल्वा स्टील का शुद्ध लाभ बीती तिमाही में 29.52 फीसद घटकर 28.19 करोड़ रुपये रह गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 40 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। उत्तम गाल्वा में दुनिया की दिग्गज स्टील उत्पादक आर्सेलर मित्तल की 29.05 फीसद हिस्सेदारी है। बीती तिमाही में उत्तम गाल्वा की बिक्री 23.18 फीसद घटकर 953.75 करोड़ रुपये रह गई।

इस दौरान कंपनी का खर्च 860.39 करोड़ रुपये रहा, जो इसकी कुल बिक्री का 89.14 फीसद है। साथ ही, कंपनी की वित्तीय लागत 7.50 फीसद बढ़कर 59.62 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान कंपनी की कर अदायगी 31 फीसद घटकर 30.72 करोड़ रुपये रह गई।

स्पाइसजेट का लॉस घटा

सस्ती हवाई सेवाएं उपलब्ध कराने वाली एयरलाइंस स्पाइसजेट का शुद्ध घाटा जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 186 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 249 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।

समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की आय 31 फीसद बढ़कर 1,456 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान यात्री संख्या में 20 फीसद की खासी बढ़ोतरी हुई है। पूरे वित्त वर्ष 2012-13 में कंपनी का घाटा घटकर 191 करोड़ रुपये रह गया। इससे पिछले साल यह घाटा 606 करोड़ रुपये रहा था।

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