भाषण है, भाषण का क्या

राजनीति मे आदर्श और विचारधारा बस भाषण देने के लिए ही होते हैं। सत्ता मिलते ही हवा हो जाते हैं। उत्तरप्रदेश मे भाजपा ने टिकट वितरण मे साबित कर दिया की उसकी कथनी और करनी मे भी उतना ही अंतर है, जितना दूसरी पार्टिओ मे। अपनी पार्टी के नेताओँ के बेटो,बेटियो और बहुओ के साथ … Read more

पगली

बस तारीफ पे तारीफ तारीफ पे तारीफ जब देखो उसी की तारीफ करते रहते हो क्यों आखिर कौन है वो जिसकी हर वक़्त तारीफ करते रहते हो क्या लगती है तुम्हारी जरा भी अच्छा नही लगता मुझे बताओ तो क्या मै जानती हूं उसको तुम खामोश क्यों हो जवाब दो न तुमने अपनी चुप्पी तोड़ी … Read more

चरखे की चर्चा

एक बहुत ही सूंदर सा शहर भव्य सड़कें बड़े बड़े चौराहे ! ऐसे ही एक चौराहे के कोने में एक कृशकाय बूढ़ा व्यक्ति जिसने एक चड्ढी उसके ऊपर इक सफ़ेद कमीज सर पर काली टोपी पहने वह व्यक्ति बार बार एक पोस्टर उठा कर खम्बे पर टांगने का प्रयत्न कर रहा था पर हर बार … Read more

आज़म खां की कोशिशें मुलायम सिंह और अखिलेश को करीब लायीं

आज़म खां साहब की अज़ीम कोशिशें मुलायम सिंह यादव जी और अखिलेश यादव जी को करीब लायीं | उसूलों के आईनें में और इंसानी रिश्तों के नज़रिये से आज़म खां साहब की कोशिशें काबिल-ए-सताइश हैं || एक लम्बे वक़्त से अस्पताल में ज़ेरे इलाज सपा सांसद चौधरी मुनव्वर सलीम ने अपना पहला लिखित बयान जारी … Read more

वोट के नाम पर धर्म और जाति के उलझे धागे

पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर व गोवा के चुनावी कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही विभिन्न राजनीतिक दल अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिये धर्म एवं जाति के कंधे पर सवार हो गयी है। जबकि धर्म और जाति के नाम पर वोट की राजनीति करना गैरकानूनी है। हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय … Read more

सपा: पिता-पुत्र हुए एक, चचा गये हासिये पर

संजय सक्सेना,लखनऊ उत्तर प्रदेश के 2017 के विधान सभा चुनाव के नतीजे तो इतिहास की सुर्खिंयों में रहेंगे ही इसके अलावा यह चुनाव यह समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के लिये भी याद रखा जायेगा। अतीत में शायद ही कभी ऐसा दौर गुजरा होगा जब चुनाव की तारीखें घोषित होने के बाद भी कोई दल … Read more

रासलीलाओं के रसिया अब बीजेपी की चौखट पर

-निरंजन परिहार- आचार्य संजय प्रसाद द्विवेदी सिर्फ पंद्रह साल की बाली उमर में बनारस के एक मंदिर के पुजारी बन गए थे। बाद में तो खैर, उन्होंने अपनी पूजन प्रतिभा के बल पर बिडला ग्रुप के मंदिरों के मुख्य पुजारी का पद भी प्राप्त कर लिया था और हिंदुत्व में अपनी आखरी सांस लेने तक … Read more

क़लम उठ जाती है

जब तक घर में ऐक्य भाव है, तब तक घर वो घर है । अगर नहीं है ऐक्य भाव तो, सबके सब बेघर है । ईंट और गारे से निर्मित , घर को घर नहीं कहते । घर तो सिर्फ़ वही होता जहाँ, मिलजुलकर सब रहते । -नटवर विद्यार्थी

बेरोजगारी, अशांति एवं असन्तुलन की आशंकाएं

संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने ‘2017 में वैश्विक रोजगार एवं सामाजिक दृष्टिकोण’ पर हाल ही में अपनी रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट के अनुसार रोजगार की जरूरतों के कारण आर्थिक विकास पिछड़ता प्रतीत हो रहा है और इसमें पूरे 2017 के दौरान बेरोजगारी बढ़ने तथा सामाजिक असामनता की स्थिति के और बिगड़ने की आशंका … Read more

सलमान खान इन कारणों से हुए बरी

18 साल पुराने आर्म्स एक्ट मामले में बुधवार को सलमान खान बरी हो गए. जज ने डेढ़ लाइन का फैसला सुनाते हुए मिनटों में सलमान खान को बरी कर दिया. *ये कारण रहे जिनके कारण सलमान खान बरी हुए* *1. संदेह का लाभ* इस मामले के सरकारी वकील ने कहा- सलमान को संदेह का लाभ … Read more

अमर सिन्धु की सिंधी रचना का देवी नागरानी द्वारा हिंदी अनुवाद

Amar Sindhu is a Sindhi writer and Professor with origins in the Sindhi community. She is known for her unflinching human rights activism, her unequivocal support for the underprivileged and her ability to speak her mind, come what may. She is Chairperson of Department of Philosophy at Sindh University Jamshoro. She is a socialist and … Read more

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