राजनैतिक जीवन एंव नैतिकता बनाम भ्रष्टाचार

देश की आज़ादी के लिये असंख्य नेताओं ने जीवन व अरमानों की क़ुरबानी दी थी।भारत की आज़ादी के उपरातं सभी मे देश के निर्माण का जज़्बा था ।भ्रष्टाचार प्रायः राजनैतिक जीवन से दूर था।सब ही की प्राथमिकता राष्ट्रीय उत्थान व निर्माण था। विचारों से भी स्वार्थ परे था। मेरे निजी सार्वजनिक जीवन के कई एेसे … Read more

सुपर हसबैंड या घनचक्कर

बुरा ना मानो….हक है मेरा मेरा नायक आप पहचान तो गये होगें हनीमून वाला, बडा ही सीधा साथा मध्यमवर्गी पति । बस आज उसी के बारे में लेख लिखने का मन कर गया । नायक की पत्नी थोडी कडक स्वभाव की पर मन की अच्छी । यह लेख पढकर आपभी सोचना कहीं मेरे नायक मंे … Read more

निर्भया मामला : …और नाबालिग दरिन्दा रिहा हो गया

सुप्रसिद्ध विचारक वाल्टेयर ने कहा है –“आंसू दर्द की मौन भाषा है”। खबरों में अक्सर महिलाओ की गुमशुदगी। नन्ही बालिकाऔ पर हो रही अमानवीय – दरिंदगी, अत्याचार, न्याय न मिलना जैसी घटनाये पढ़कर देश में ही कई बार ऐसा लगा है की ,”बेटी- बचाओ बेटी पढ़ाओ” सब बड़े-बड़े पोस्टर्स पर लिखे रंगीन और चमकते हुए … Read more

Devotees

There are three classes of devotees. 1. The lowest category of devotees says “God is up there and he points towards heaven. 2. The mediocre devotees say that the God dwells in heart as the ‘inner controller”. But 3. The highest category of devotees says “God alone become everything. All things that we perceive are … Read more

तेरी कमीज मेरी कमीज से सफेद क्यों

बहुत कन्फयूजन है। कौन सच्चा है और कौन झूठा। ईमानदारी दाव पर है। नैतिकता पर सवाल उठ रहे है। भ्रष्टाचार को मिटाने का दावा करने वाले ही दूसरे पर भ्रष्टाचार का कीचड उछाल रहे हैं। तेरी कमीज मेरी कमीज से सफेद क्यों,इसलिए कालिख लगाने का कम्पीटशन चल रहा है। एक मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री को मनोरोगी और … Read more

…कुछ पल निकालिए , होनहार पीढी के लिए भी

…..किसी ने सच ही कहा है, “बच्चे इस धरा पर ईश्वर द्वारा बनाई गई सर्वश्रेष्ठ कृति है। ये ” बालक-बालिका ही घर परिवार की सबसे प्रिय और राष्ट्र के भावी निर्माता हैं। घर परिवार में उन्हें स्नेह, दुलार के साथ साथ ही संस्कारित किया जाता रहा है, वहीँ दूसरी और विद्यालय में गुरु की शरण … Read more

सकारात्मक सोच को बड़ाने के उपाय

सकारात्मकता का महत्व एवं उपयोगिता अपना ध्यान सकारात्मकता पर केंद्रित कर लेने से मन में न केवल अच्छे विचार आते हैं बल्कि व्यक्ति स्वयं के प्रति दृढ़ प्रतिज्ञ एवं आत्मविश्वासी भी बन जाता है । एक बार मन में सकारात्मकता के विचार आना प्रारम्भ होते ही व्यक्ति अपने आपमें आये परिवर्तन को देखने लगते हैं … Read more

पहल आपको आपके घर से करनी है

देश को बचाने वालों पहले प्रदेश को बचाओ। प्रदेश बचाने वालों पहले जिले को बचाओ। जिला बचाने वालों पहले शहर गांव बचाओ। गांव शहर बचने वालो पहले वार्ड या मोहल्ला बचाओ। जब आप वार्ड या मोहल्ला बचा लोगे तो पूरा देश बच जायेगा। सब लोग अपने अपने स्तर पर कार्यवाही करेंगे तो मैं शत प्रतिशत … Read more

मेरी तरह बृद्ध /बरिष्ठ जन कैसे जन्म दिवश मना सकते है ?

– संतोष गंगेले – जन्म दिवस के दिन सबसे पहिले सुबह बिस्तर से उठते ही परमपिता को याद करो की हमें आपने जो काया दी ,वह निरोगी है या रहे , संसार की सभी बस्तुओ से अमूल्य अपना स्वास्थ्य निरोगी हो ,ईश्वर की इससे बड़ा उपहार कोई नहीं है न कोई दे सकता है। इसलिए … Read more

संसद क्यों ठप हैं ?

2011 में केंद्र सरकार ने संसद को अवगत कराया था कि संसद की कार्यवाही में प्रत्येक मिनट पर 250000 (दो लाख पचास हजार रूपए ) खर्च होते है यानि एक घंटे के 15000000 ( एक करोड़ पचास लाख रुपये ) अर्थात पुरे दिन का खर्च 9 करोड़ रुपये ! और ये रुपया किसी सांसद की … Read more

क्या सैनिकों से ज्यादा कारोबारी साहसी होते हैं ?

सैनिकों से ज्यादा कारोबारी साहसी होते हैं मोदी जी का यह जुमला सैनिकों की बिलखती हुयी माँओं,विधवा पत्नियों और यतीम बच्चों के सामने हमेशा एक सवाल बना रहेगा ! -आमिर अंसारी – गत दिनों सरहद पर ताज़ा मुठभेड़ में शहीद कर्नल महादिक के परिवार की आँखों के आंसू खुश्क भी नहीं हुए थे कि इन्हीं … Read more

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