ब्रम्हचर्य के पालन से होती है दर्घायु

यह आलेख किसी व्यक्तिगत जीवन की गाथा से जुड़ा नही है, इस आलेख को मैं अपने अनुभव के अनुसार लिख रहा है जीवन में नियम व संयम को जो जीवन में अपना सलाहकार, दोस्त वैद्य या डाक्टर समझ कर पालन करते हे उनका जीवन आनंदमय, सुखमय व लाभकारी होगा। प्रकृति ने जींव की संरचना करते … Read more

भारतीय लोकतंत्र में संसद की गरिमा

संसद के ६० वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर विशेष सत्र का आयोजन कर उत्सव मनाया गया । पर क्या केवल उत्सव मनाना पर्याप्त है ? सैद्धांतिक रूप से जो सम्मान व महत्व संसद का है क्या वह गरिमा आज जनमानस में स्थापित है ? क्या देश की जनता संसद के हीरक महोत्सव के समारोह … Read more

मातृत्व की मिसाल – मदर टेरेसा

मदर टेरेसा के जन्मदिन पर विशेष अपने बच्चों को तो सभी प्यार करते हैं लेकिन एक औरत वहां आकर माँ हो जाती है जब वह दूसरों के बच्चों को भी प्यार करे। मेसिडोनिया की राजधानी स्कोप्जे शहर में जन्मी एक लड़की अग्नेसे गोंकशे बोजशियु भी भारत के दीन-दुखियों के लिए एक ऐसी ही मां बनीं, … Read more

वीर शिरोमणी महाराजा दाहिर

महाराजा दाहिर की जयंती पर 25 अगस्त को विशेष पुण्य सलिला सिंध भूमि वैदिक काल से ही वीरों की भूमि रही है। वेदों की ऋचाओं की रचना इस पवित्र भूमि पर बहने वाली सिंधु नदी के किनारों पर हुई। इस पवित्र भूमि पर पौराणिक काल में कई वीरों व वीरांगनाओं को जन्म दिया है, जिनमें … Read more

मारुती का प्लांट फिर शुरू : शोषणकारी है सरकारी नीतियाँ

पिछले महीने लड़ाई झगडे के बाद मारुती का जो प्लांट बंद कर दिया था वो फिर चालू हो गया ये कोई खुशखबरी नहीं, कभी किसी ने गहराई से नहीं सोचा ये हुआ क्यों. क्यों मजदूर अपने ही मालिक का खून कने लगे इसके गर्त में है शोषण. किसी मजदूर को 16500 किसी को मात्र 6500 … Read more

सांप्रदायिकता बनाम धर्मनिरपेक्षता

बात शुरू करने से पहले ही स्पष्ट कर देना उपयुक्त समझता हूँ कि न तो मैं सेक्यूलर हूँ और न ही संप्रदायवाद का हितैषी। आज भारत में जो सरकार कार्य कर रही है वह अपने आप को सेक्यूलर बताती है तथा समय कुसमय पर जोर शोर से सेक्यूलर होने तथा बने रहने की घोषणा भी … Read more

राजस्थान लोक सेवा आयोग में बेशर्मी की वर्षगांठ

राजस्थान लोक सेवा आयोग ने अपना स्थापना दिवस मनाया जो की २० अगस्त को था जिस दिन अखबारों में समाचार आया की राजस्थान लोक सेवा आयोग ने कहा हम क्या करे परीक्षको ने ही उत्तर कुंजी गलत दी थी. हो सकता है परीक्षको ने ही उत्तर कुंजी गलत दी हो पर क्या परीक्षक रेलवे के … Read more

मेरा भारत और हम

आज कल हम देख रहे है की भारत का आम आदमी अपना जीवन कैसे जी रहा है . नहीं , पहले शादी ….. फिर बच्चा – बच्चा पैदा होते ही चिंता , यदि लड़की हुई तो अच्छे स्कूल मे दाखिला और साथ मे ढेर सरे दहेज़ की चिंता – यदि लड़का हो जाए तो बढ़िया … Read more

21वीं सदी एवं राजीव गाँधी!

जब स्व0 राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे तब देश भाषावाद और अलगाववाद से जूझ रहा था तथा उनकी माता अर्थात् श्रीमती इंदिरा गाँधी की हत्या भी अलगाववाद के चलते ही की गई थी। ऐसी विकट परिस्थितियों में जब राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री का पद संभाला तो देश को उनसे कई आशाएँ जगीं कि उनके कार्यकाल … Read more

मंथन एक सतत प्रक्रिया……..

मंथन एक सतत प्रक्रिया…….. सात्विक सोच से जुड़ा मन न जाने क्यों मंथन ,सतत चिंतन में डूबा रहता है…… कई मुद्दों को तकता है,कई मुद्दे समझता है…… कई प्रश्न घुमड़ते हैं….. उत्तर की राह तकता है……. सोच शायद नयी है परन्तु प्रश्न पुराने हैं…….. क्या व्यवस्था से हारे हैं ???? या व्यक्ति के मारे हैं … Read more

ईद है मेरी रहमत है तेरी

ईद है मेरी रहमत है तेरी खुश है जमाना आज ईद है मेरी दिल है दीवाना आज ईद है मेरी रामनगर में जलसा आज ईद है मेरी रघुनाथ के घर दावत आज ईद है मेरी रहमत है तेरी खुश है जमाना आज ईद है मेरी की हैं दुआएं ईदगाह में सबका भलाकर मालिक गरीब को … Read more

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