मेरा भारत और हम

आज कल हम देख रहे है की भारत का आम आदमी अपना जीवन कैसे जी रहा है . नहीं , पहले शादी ….. फिर बच्चा – बच्चा पैदा होते ही चिंता , यदि लड़की हुई तो अच्छे स्कूल मे दाखिला और साथ मे ढेर सरे दहेज़ की चिंता – यदि लड़का हो जाए तो बढ़िया … Read more

21वीं सदी एवं राजीव गाँधी!

जब स्व0 राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे तब देश भाषावाद और अलगाववाद से जूझ रहा था तथा उनकी माता अर्थात् श्रीमती इंदिरा गाँधी की हत्या भी अलगाववाद के चलते ही की गई थी। ऐसी विकट परिस्थितियों में जब राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री का पद संभाला तो देश को उनसे कई आशाएँ जगीं कि उनके कार्यकाल … Read more

मंथन एक सतत प्रक्रिया……..

मंथन एक सतत प्रक्रिया…….. सात्विक सोच से जुड़ा मन न जाने क्यों मंथन ,सतत चिंतन में डूबा रहता है…… कई मुद्दों को तकता है,कई मुद्दे समझता है…… कई प्रश्न घुमड़ते हैं….. उत्तर की राह तकता है……. सोच शायद नयी है परन्तु प्रश्न पुराने हैं…….. क्या व्यवस्था से हारे हैं ???? या व्यक्ति के मारे हैं … Read more

ईद है मेरी रहमत है तेरी

ईद है मेरी रहमत है तेरी खुश है जमाना आज ईद है मेरी दिल है दीवाना आज ईद है मेरी रामनगर में जलसा आज ईद है मेरी रघुनाथ के घर दावत आज ईद है मेरी रहमत है तेरी खुश है जमाना आज ईद है मेरी की हैं दुआएं ईदगाह में सबका भलाकर मालिक गरीब को … Read more

ये शहर देखो …

इन निगाहों से ये शहर देखो हम पे बरपा फिर जो कहर देखो बड़ी मुद्दत से खो सी गयी है कोई इस रात की सेहर देखो नहीं कोई किसी का यहाँ पे ‘मधुकर’ कैसे फिरती है यारों की नज़र देखो खोकर खुश है और पाकर भी तनहा ऐसा दीवानगी का हशर देखो जहाँ कभी शिद्दत … Read more

राज नहीं बदला, राज करने वाले बदल गए

अगर आप सोच रहे है की 15 अगस्त 1947 को हमने राज बदल दिया तो बहुत गलत सोच रहे है जरा विश्लेषण करेंगे तो हकीकत सामने आ जाएगी. अग्रेजो से हमें क्या परेशानी थी ये ही की वो हिंदुस्तान का माल लूट रहे थे हिन्दुस्तानी की अपने ही देश में कोई इज्जत नहीं थी इसलिए … Read more

मानव कर्मे से भूत, बर्तमान व भविष्य का निमार्ण कर सकता है

यह संसार असंख्य जीव जन्तुओं प्राणिओं से भरा है, प्रकृति की इस तरह की व्यवस्था चली आ रही है कि जिस योनी में जो जींव पैदा होता है उसी में वह मग्न प्रषन्न रहता है, प्रकृति के नियम के अनुसार जल, थल, नभ में जितने भी जींव प्राणी है उन सभी में मानव योगी सर्वोपति … Read more

प्लेसमेंट एजेंसी कर्मचारियों की सरकार की तरफ नजरें

प्रदेश सरकार द्वारा संविदाकर्मियों के मानदेय में इस साल 25% बढ़ोत्तरी करने की घोषणा ऊट के मुह में जीरे के सामान हे कई सालो बाद इनके मानदेय में मामूली वृद्धि हो पाई है। हालाकि इस वृद्धि के बाद प्लेसमेंट एजेंसी कर्मचारियों ने सरकार की तरफ आशान्वित नजरें जमा रखी हैं शायद सरकार इन्हें सरकारी विभाग … Read more

सूचना का अधिकार .. कमजोर होते प्रावधान

दिनांक 31.07.2012 को भारत सरकार ने एक गजट नोटिफिकेषन जारी कर सूचना का अधिकार अधिनियम के प्रावधानों में कुछ परिवर्तन किये हैं। जिसमें मुख्य परिवर्तन इस प्रकार किये गये हैंः- सूचना के अधिकार के तहत किये गये आवेदन को 500 शब्दों तक सीमित किया गया है। लोक सूचना अधिकारी द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सूचना … Read more

क्या भारत का केन्द्र संवेदनशील है?

अन्ना आन्दोलन के प्रति काँग्रेसनीत गठबंधन का जैसा रवैया रहा है तथा बाबा रामदेव के आन्दोलन के प्रति भी उसकी जो संवेदनहीनता रही है। क्या उसे किसी भी प्रकार से उचित ठहराया जा सकता है। अन्ना ने राजनीति की राह पकड़ी और बाबा रामदेव ने विपक्षी गठबंधन को विरोध के लिए तैयार किया। सरकार का … Read more

कृष्ण जन्माष्टमी

सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार माने जाते हैं । श्रीकृष्ण साधारण व्यक्ति न होकर युग पुरुष थे। उनके व्यक्तित्व में भारत को एक प्रतिभासम्पन्न राजनीतिवेत्ता ही नही, एक महान कर्मयोगी और दार्शनिक प्राप्त हुआ, जिसका गीता- ज्ञान समस्त मानव-जाति … Read more

error: Content is protected !!