निष्ठा और कांग्रेस

वर्ष 1969 के नवम्बर में इंदिरा गांधी को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था; इंदिरा गांधी एक प्रतिद्वंद्वी संगठन की स्थापना की – इंडियन नेशनल कांग्रेस; उस वक़्त इंदिरा गांधी के साथ खड़े दिखने वालो में थे बूटा सिंह, अंतुले, राम निवास मिर्धा, एपी सिंह, बी.पी. मौर्य, प्रणव मुखर्जी, आदि.  इस के बाद … Read more

आखिर कश्मीर समस्या क्या है?

धर्म साम्राज्य भौगोलिक बाध्यताओं केसम्मुख असहाय हो जाते हैं। भूगोल ही संस्कृतियों का मुख्य कर्ता होता है। कश्मीर के रास्ते में हिंदूकुश पड़ता है। खैबर और बोलन दर्र्रो से आ रहे धर्म साम्राज्य निर्माताओं ने कोशिशें तो कीं, लेकिन वे इलाके का भाग्य नहीं बदल सके। चूंकि अब कश्मीर बड़ी समस्या मान ली गई है … Read more

कभी आसमां होते थे …

वो ज़मीन हम आसमां होते थे , तब कही दोनों जहाँ होते थे हो न पाया वो कभी दूर मुझसे , फासले चाहे दरमियाँ होते थे तन्हा खड़े खुद का पता पूछते हैं , संग जिनके कभी कारवाँ होते थे सीना ताने कड़ी है इमारत जहां मुफलिसों के कभी छोटे मकाँ होते थे स्याही से … Read more

कांग्रेस राज में ब्रह्मा नगरी

दुनिया का इतना बड़ा तीर्थ , ब्रह्मा जी का विश्व में अपना स्थान और आज ये सारा पुरातन गौरव राजनीति की भेंट चढ़ रहा है …. विश्व स्तरीय तीर्थ की दशा एक गाँव से भी बदतर नज़र आती है | मित्रो क्यों कि मै खुद अजमेर के ही एक तीर्थ ख्वाजा साहिब की दरगाह से … Read more

राजस्थान का सबसे बड़ा बेशर्म कौन विभाग कौन?

जी हाँ इस तरह की एक प्रतियोगिता हुई थी जिसमे नंबर एक पर आया है राजस्थान लोक सेवा आयोग (तालियाँ). वो इसलिए की ये राजस्थान की एक बड़ी सवेधानिक संस्था है पर जिस तरह से एक के बाद एक छोटी छोटी गलतियाँ कर रहे और बड़े बड़े पेज अखबारों में इन पर लिखे जा रहे … Read more

आओ फिर से दीप जलाये

आओ फिर से दीप जलाये , पर नया अटल कहा से लाए ? चोरो और अँधेरा छाया ,लील गया मेरे भारत को । सब ने मिलकर अपनाया है ,बईमानी के महारत को । लूट लूटेरे ले गये ,और घूम रहे है मस्ती में । कोई सत्य बोलने वाला नही है,इस अन्धो की बस्ती में । भा … Read more

सिखाओ मुझको …

रिश्ता है दर्द से पुराना ‘मधुकर’ हो सके तो ज़रा और तड़पाओ मुझको गुनाहे मोहब्बत की आखिर क्या कीमत है हो सके तो कोई बताओ मुझको जाने किस घडी आये थे तेरे घर की डगर अब तो कोई बस यहाँ से ले जाओ मुझको वो शोख नज़र वो मदमस्त जुल्फें और आँखें नाम है कोई … Read more

आखिरी सफर

ये जानते हुए कि मैं छोड़ी जा चुकी हूँ फिर भी एक इंतज़ार है कि तुम ….खुद से अपनी गलती  स्वीकार करो ताकि मैं लौट सकूँ जहाँ से मैं आई हूँ पर  मैं जानती हूँ ये सब भ्रम है मेरे ही मन का | हां ….सीता के देश में मैं ..सीता सी नहीं हूँ वो … Read more

मेवाड़ में बदल रहे है राजनीति के समीकरण…

एकजुट हो रहे है दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक एवं घुमन्तु जातियों के लोग भीलवाड़ा सांसद और देश के सड़क परिवहन एवं रेल मंत्री डॉ. सी.पी. जोशी के संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस का वोट बैंक निरन्तर कम होता जा रहा है। महंगाई तो प्रमुख कारण है ही, उसके बाद आरसीएम प्रकरण से भी कांग्रेस का वोट बैंक … Read more

एफडीआई : तो इसलिए हो रहा है इसका विरोध

मल्टीब्रांड रिटेल सेक्टर में एफडीआई के नुकसान गुरुवार, 20 अगस्त 2012 को जहां पूरा देश प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और डीजल की कीमतों को लेकर केंद्रीय सरकार के खिलाफ आन्दोलन कर रहा था, वहीं सरकार ने अपनी हठधर्मिता का परिचय देते हुए मल्टीब्रांड रिटेल सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एफडीआई की अनुमति देने के फैसले को … Read more

बौखलाहट में फिसल रही है कांग्रेसियों की जुबान

ऐसा लगता है की आजकल कांग्रेसी आने वाले चुनाव को लेकर काफी डरे हुए हैं। इस डर की वजह से उनके बौखलाहट है और उसी चलते आए दिन उसके नेताओं की जुबान फिसलने लगी है। कभी कपिल सिब्बल तो कभी दिग्विजयसिंह, कभी प्रकाश जायसवाल तो कभी जयराम रमेश। जयराम रमेश के तो नाम में ही … Read more

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