मां जैसा दुनिया में कुछ हो नहीं सकता

मां संवेदना है, भावना है, अहसास है मां जीवन के फूलों में, खूशबू का वास है मां रोते हुए बच्चे का, खुशनुमा पालना है मां मरूस्थल में नदी या मीठा-सा झरना है मां लोरी है, गीत है, प्यारी-सी थाप है मां पूजा की थाली है, मंत्रो का जाप है मां आंखों का सिसकता हुआ किनारा … Read more

प्रथम गुरु है मां अपनी

दुनिया मे रिश्ते अनेकों हैं, पर मां का रिश्ता महान है । पशु-पक्षी,मानव या कोई जीव, वो सब की जीवन दान है ॥ गर्भ मे जब आता है जीव, तब से ही वो पालन करती । कितने कष्टों को झेल-झेल कर, वो अपने उदर से, हमे पैदा करती ॥ बचपन से लेकर, जवानी तक, वो … Read more

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