अजमेर बंद ने दिए साफ साफ इशारे
मैं क्लॉक टावर हूूं। मैने आजादी से लेकर अब तक अजमेर के हर उतार चढ़ाव को देखा है। बीते दिन यहां एक ऐसा वाकया हुआ कि अपने मन की बात कहने को जी कर कर गया। जो संगठन मृतप्राय: माना जा रहा हो, जिसके अध्यक्ष को नियुक्ति के एक साल बाद भी कार्यकारिणी गठित नहीं … Read more