नए रेल बजट से अजमेर की अपेक्षाएं

नरेन्द्र कुमार जैन सीए
नरेन्द्र कुमार जैन सीए

1. पुष्कर-मेड़ता हेतु नई रेल लाइन हेतु बजट आबंटित किया जाए ताकि अजमेर पुष्कर चलने वाली ट्रेन को आगे बीकानेर तथा पंजाब तक ले जाया जा सके।
2. अजमेर रेलवे स्टेशन को वल्र्ड क्लास रेल स्टेशन बनाए जाने की घोषणा पूर्व में रेल बजट में की गई थी। इस पर अभी तक कोई गंभीर कार्यवाही नहीं की गई है, जो आवश्यक है।
3. अजमेर रेलवे स्टेशन पर गाडियों का जो भार है, उसे घटाने के क्रम में कुछ गाडियां मदार स्टेशन तक ही चलाई जाएं, जैसे कि दिल्ली में कुछ महत्वपूर्ण टे्रनें हजरत निजामुद्दीन तक ही चलती हैं।
4. अजमेर रेलवे स्टेशन के पीछे के भाग में पाल बीछला की तरफ एक निकास द्वार निकाला जाए। इसके लिए आवश्यक है कि यहां की पिट लाइनों को मदार स्टेशन पर हंस्तातरित किया जाए। इस हेतु बजट की आवश्यकता है, जो आगामी बजट में दिलाया जाए।
5. अजमेर स्टेशन पर गाडियां अधिक हैं, अत: यहां की पिट लाइनों को मदार हस्तांतरित किया जाए, जिसके लिए बजट दिया जाए।
6. अजमेर-आगरा के मध्य ओवरनाइट जरनी के लिए एक नई ट्रेन दी जाए, जो फास्ट पेसेन्जर हो या एक्सपे्रस। इस टे्रन का ठहराव अजमेर के बाद मदार, किशनगढ़, तिलोनिया, फुलेरा, जयपुर, गांधीनगर आदि स्टेशनों पर दिया जाए ताकि छोटे स्टेशन के नागरिकों को भी इसका लाभ मिल सके। इस टे्रन को भारी ट्रेफिक मिलेगा। इस रूट पर अभी रात्रि में अनेक बसें चलती हैं, जिनमें यात्रियों का काफी परेशानी होती है। अत: नाइट जरनी के रूप में एक नई टे्रन आवश्यक है। पूर्व में नाइट जरनी हेतु इस रूट पर एक लोकप्रिय टे्रन फाइव अप-सिक्स डाउन चला करती थी, जिसके स्थान पर नई ट्रेन अहमदाबाद-आगरा फोर्ट सुपर फास्ट दी गई है, परन्तु वह रात्रि दो बज कर 10 मिनट पर आगरा की तरफ जाती है, जो काफी असुविधाजनक है। साथ ही वह हमेशा फुल रहती है। अजमेर के लिए वह सुविधाजनक नहीं है। अजमेर के यात्रियों विशेष रूप से यहां आने वाले जायरीन, पर्यटक व पुष्कर आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए नाइट ट्रेन की अत्यंत आवश्यकता है।
-एन. के. जैन, वरिष्ठ पत्रकार

1 thought on “नए रेल बजट से अजमेर की अपेक्षाएं”

  1. नए रेल बजट से अजमेर के लिए निम्न अपेक्षाएँ भी हैं:
    – अजमेर से कोटा के लिए सीधा रेल-मार्ग, जिससे कम समय में अजमेर से कोटा आया-जाया जा सके.
    – मरुसागर एक्सप्रेस व अन्य सवारी साप्ताहिक गाड़ियों के फेरें बढ़ाना.
    – अभी केवल प्लेटफार्म नंबर एक पर ही चलती सीढ़ी (escalator) लगी है. अन्य प्लेटफार्मो पर भी चलती सीढ़ी (escalator) का लगाया जाना.
    – पाल बीछला की तरफ़ भी निकास द्वार के साथ टिकट खिड़की का होना.

    धन्यवाद,

    केशव राम सिंघल

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