बरकरार है अशोक गहलोत का जलवा

IMG-20150602-WA0480हालांकि गत विधानसभा के चुनाव में राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में ही कांग्रेस की करारी हार हुई, लेकिन इस हार के डेढ़ साल बाद भी अशोक गहलोत का राजनीति में जलवा बरकरार है। एक जून को पूर्व मंत्री श्रीमती नसीम अख्तर के पुत्र की सगाई समारोह में भाग लेने के लिए गहलोत अजमेर आए। पहले सर्किट हाउस में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गहलोत का जोरदार स्वागत किया और फिर सगाई स्थल मेरवाड़ा स्टेट पर तो गहलोत ही छाए रहे। कांग्रेसी नेताओं से लेकर आम व्यक्ति तक गहलोत के साथ फोटो खींचाने अथवा हाथ मिलाने के लिए उत्सुक नजर आया। गहलोत ने भी शिष्टाचार प्रकट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अनजान लोगों से भी गहलोत ऐसे मिले, जैसे पुराने परिचित हैं। गहलोत ने फूलों की माला पहनने से भी गुरेज नहीं किया। हालांकि सीएम रहते गहलोत फूलों की माला नहीं पहनते थे। समारोह में गहलोत ने जो आत्मीयता दिखाई,उससे सभी गद्गद नजर आए। अजमेर देहात भाजपा के अध्यक्ष प्रो. बी.पी.सारस्वत से भी गहलोत दोस्ताना अंदाज में मिले। सारस्वत के बड़े भाई जोधपुर निवासी भंवरलाल से गहलोत का भाईचारा रहा है। इसलिए गहलोत ने सारस्वत से कहा कि तुम एमडीएस यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर क्यों नहीं बनते। गहलोत को पता है कि भाजपा की राजनीति सारस्वत का अच्छा दखल है। सारस्वत वर्तमान में यूनिवर्सिटी में वाणिज्य संकाय के अध्यक्ष हंै तथा पीसीपीएमटी, बीएसटीसी, पीटीईटी जैसी प्रदेश स्तरीय परीक्षा भी करवा रहे हैं। गहलोत ने अपने पिछले कार्यकाल की उस घटना को भी याद किया, जिसमें सारस्वत को गिरफ्तार किया गया था। विश्व हिन्दू परिषद के शीर्ष नेता प्रवीण भाई तोगडिय़ा जब त्रिशूल दीक्षा समारोह में आए थे, तब अजमेर में ही उनकी गिरफ्तारी हुई थी। उस समय तोगडिय़ा के साथ सारस्वत भी अजमेर की सेंट्रल जेल में बंद रहे। गहलोत के आगमन पर उनके पक्के समर्थक डॉ. श्रीगोपाल बाहेती तो उत्साहित देखे ही गए, लेकिन शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेन्द्र सिंह रलावता ने भी गहलोत का स्वागत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सर्किट हाउस की बातचीत में रलावता ने कहा कि आपकी सरकार की उपलब्धियों को आधार बनाकर ही वर्तमान में भाजपा सरकार का विरोध किया जा रहा है। कोई तीन घंटे के दौरे में गहलोत ने अजमेर के कांग्रेसियों में जान फूंक दी। गहलोत देर रात जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में भर्ती डांगावास हत्याकांड के पीडि़तों को भी देखने गए। इतना ही नहीं दैनिक नवज्योति के प्रधान सम्पादक दीनबंधु चौधरी के निवास पर जाकर उनकी कुशलक्षेम पूछी। चौधरी ने अपनी आंतों का ऑपरेशन मुम्बई के मशहूर लीलावती अस्पताल में करवाया है और इन दिनों अपने घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। चौधरी ऑपरेशन के बाद जब मुम्बई में आराम कर रहे थे, तब गहलोत मुम्बई में भीचौधरी से मिले थे। गहलोत ने राजनीति में जो सादगी दिखाई है, उसकी प्रशंसा विरोधी भी करते हैं। यही वजह है कि कांग्रेस के किसीभी पद पर न रहते हुए भी गहलोत कांग्रेसियों में लोकप्रिय हैं।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511

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