पारंपरिक जल प्रबंधन के प्रबल प्रतीक

nadiअजमेर नागौर रोड पर ये पुरानी नाडी आज भी पीने के पानी का एक उपयोगी स्रोत है । हम आप इस पानी को हरगिज़ नहीं पिएंगे पर इस क्षेत्र में बहुत खारे भूजल से त्रस्त यहाँ के वासी पूरे साल इस पानी को पीते हैं । अभी जून के महीने में भी इसमें काफी पानी है । पूर्वजो ने यहाँ सुन्दर निर्माण के साथ इसे बनाया और आज भी लोग प्रदूषण से इसकी रक्षा करते हैं । इसके कैचमेंट में किसी भी प्रकार की गन्दगी फैलाना मना है । दिन भर आप लोगों को विशेष रूप से महिलाओं को यहाँ पानी भरते पाएंगे ।
वहीँ दूसरी ओर पाइप लाइनों से आते पानी के चलते हमारे शहरों में कुओं बावड़ियों और तालाबों को धीरे धीरे पाट कर या कचरा डाल कर बंद किया जा रहा है । दूर दराज की नदियों और झीलो पर आधारित बड़ी योजनाओं के निर्माण के साथ साथ इन स्थानीय स्रोतों का सरंक्षण व् संवर्धन भी आवश्यक है और इसे नागरिक ही कर पाएंगे ।

पीएचईडी इंजीनियर व जाने माने बुद्धिजीवी अनिल जैन की फेसबुक वाल से साभार

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