‘अपना अजमेर’ का विचार, वाहन मुक्त शनिवार

जनता को जागरूक करने की दिशा में एक साईकिल व पैदल रैली – 13 अगस्त 2016 को

apna ajmerअजमेर 01 अगस्त। पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर ‘‘अपना अजमेर’’ संस्था ने अजमेर शहर के लिये एक नई पहल शुरू की है। इसके अन्तर्गत प्रत्येक शनिवार को वाहन फ्री मनाने का संकल्प किया जायेगा। शहर में बढ़ते प्रदुषण को कम करने की दिशा में शहर के प्रबुद्ध लोगों ने इस संस्था की स्थापना की है।
इसकी पहली कड़ी के रूप में 13 अगस्त 2016 को मोईनिया ईलामिया परिसर से आम जनता को जागरूक करने की दिशा में एक साईकिल व पैदल रैली का आयोजन किया गया है।
अपना अजमेर संस्था
अपना अजमेर संस्था में कोई पदाधिकारी नहीं है। जो भी इस प्रकल्प से जुड़ना चाहता है, वह पर्यावरण मित्र के रूप में अपनी सेवाएं देंगे। इस पुनीत कार्य को प्रगति देने के लिए सूत्रधार के रूप में कंवल प्रकाश अपनी सेवाएं देंगे। आपसी संवाद के लिये विनित लोहिया का मोबाईल नम्बर 9549860966 व [email protected] पर जानकारी दे व ले सकता है।
अपना अजमेर का नाम व लोगो
‘‘अपना’’ अक्षर को अलग अलग करके देखें तो ‘अ’- अजयमेरू, ‘प’- पर्यावरण, ‘ना’- नादम् होता है। ‘अपना अजमेर’ के लोगों में ‘अपना’ का चित्रण ‘वृक्ष का तना व शाखाओं में व्यक्तियों का चित्रण भूरे कलर’ में किया गया है। वृक्ष की पत्तीयों में अजमेर के मानचित्र को हरे रंग से दर्शाया गया है।
क्या करना होगा संकल्प
पर्यावरण मित्र को अपना नाम, जन्म दिनांक, पता और टेलीफोन नम्बर लिखकर यह घोषणा करनी होगी कि ‘‘मैं यह संकल्प लेता हूं कि मैं अपने स्वयं का डीजल/पेट्रोल का वाहन सप्ताह में शनिवार के दिन नहीं चलाऊंगा। शनिवार के दिन मैं पैदल/साइकिल/सार्वजनिक वाहन या साझा साधन का उपयोग करूंगा और लोगों को भी प्रेरित करूंगा।’’
कब से होगा आगाज
13 अगस्त 2016 शनिवार को प्रात 7.30 बजे मोईनिया ईस्लामिया स्कूल से सामुहिक साईकिल व पैदल रैली निकाल कर इसका शुभारम्भ किया जाएगा।
रैली मार्ग
मोईनिया ईस्लामिया स्कूल, स्टेशन रोड़ से प्रारम्भ होगी जो घण्टाघर, गांधी भवन, बैंक ऑफ बड़ौदा, पृथ्वीराज मार्ग, आगरा गेट और महावीर सर्किल होती हुई सुभाष उद्यान पर समाप्त होगी।
कहां कराएं रजिस्ट्रेशन
गणगौर पीज़्ज़ा पोइंट स्वामी कॉम्प्लेक्स के पास, सोगानी टूर एण्ड ट्रेवल्स महावीर सर्किल, जीडी सर्राफ नया बाजार चौपड़़, वस्त्रालंकार मार्टिण्डल ब्रिज के पास, राघाज़ बुटिक एच.डी.एफ.सी. बैंक के सामने।
कौन-कौन सी संस्थाएं हैं साथ
नगर निगम अजमेर, अजमेर डेयरी, अजमेर विकास प्राधिकरण, सभी जनप्रतिनिधी, लॉयंस क्लब इंटरनेशनल, रोटरी क्लब इंटरनेशनल, भारत विकास परिषद, महावीर इंटरनेशनल, पत्रकार संघ, रेलवे, एल.आई.सी., अजयमेरू प्रेस क्ल्ब, सी.आर.पी.एफ., बोर्ड ऑफिस, एच.एम.टी., सरकारी एवं गैर सरकारी विश्वविद्यालय, कौचिंग सेंटर, सरकारी व प्राईवेट स्कूल, खेल परिषद, सभी समाज, सामाजिक, सांस्कृतिक व नाटक सम्बंधित संस्थाएं, कॉलोनी व क्षेत्रीय समितियां, प्राईवेट हॉस्पिटल, व्यापारिक एसोसिएशन, उद्योग से जुड़े संगठनों ने अपनी सहमती दी है। साथ ही आने वाले दिनों में शहर के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचने के लिए सभी का सहयोग लिया जाएगा।
प्रतिभागियों को मिलेगे उपहार
13 अगस्त को निकलने वाली रैली में प्रत्येक प्रतिभागी को कैप, प्रमाण पत्र व अल्पाहार की व्यवस्था की गर्इ्र है। मोईनिया ईस्लामिया में निकलते समय एक लक्की ड्रॉ कूपन दिया जाएगा जो सुभाष उद्यान में खोला जाएगा। लक्की ड्रॉ में आने वाले विजेता को एक साईकिल एमपी नानकराम एण्ड कम्पनी द्वारा उपहार के रूप में दी जाएगी।
साईकिल चलाने के फायदे
पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य पर इसके लाभ, कैलोरी किलर, पैट्रोल डीजल की बचत, यातायात दबाव कम, अर्थ सेव पर हमारी सहभागिता रहे। विशेष रूप से एमपी नानकराम एण्ड कम्पनी मार्टिण्डल ब्रिज के पास द्वारा साईकिल खरीदने पर पर्यावरण मित्र बनने वाले को 20 प्रतिशत की छुट का भी प्रावधान संस्था द्वारा कराया गया है।

क्यों आया हमारे मन में ‘अपना अजमेर’ का विचार, वाहन मुक्त शनिवार बनाने का विचार

कंवल प्रकाश
कंवल प्रकाश
आज कुछ लोग पर्यावरण की चिंता कर रहे हैं, कुछ चिंतन कर उपदेश में रत हैं तो बहुत से मित्र चिंता मुक्ति का प्रयत्न कर रहे हैं। प्रत्यक्ष कृति का संकल्प व संकल्प की सिद्धि हेतु साधना ही किसी कार्य की सफलता का आधार है। भारतीय चिंतन की विशेषता ही पर्यावरण के अनुकूल जीवन-पद्धति का विकास रहा है। प्रकृति के प्रति पूज्य भाव से उत्पन्न आध्यात्मिक चेतना से ही ‘‘माता भूमि पुत्रो ऽहं पृथ्वियाः’’ का उद्गार वैदिक ऋषि के मुख से उच्चारित हुआ। इस पूज्य भाव की विस्मृति के कारण ही मनुष्य ने प्रकृति के दोहन की अपेक्षा शोषण का अविचारित, सृष्टि विनाशक कार्य, विकास के नाम पर अपना लिया। न ‘‘सगंधा पृथ्वी’’ है न ‘‘सरस जल’’ न शीतल, मंद, सुगन्धित ‘‘स्पर्श युक्त वायु’’ है न अपने मूल नाद युक्त ‘‘नभ’’ है न प्रकृति पोषक ऊर्जा का ‘‘सतेज’’ उपयोग। पंच तत्व पृथ्वी, जल, वायु, ऊर्जा (अग्नि), गगन सबको प्रदूषित कर दिया है। उपाय क्या है ? किसके पास है ? उपाय है प्रकृति के अनुकूल जीवन जीना, पर्यावरण पोषक विकास करना और उपाय किसी शासन के पास नहीं, मनुष्य के हाथ में है। यदि अजमेर का प्रत्येक नागरिक नासमझी में कचरा फेंकता रहे तो नगर निगम के कर्मचारी स्वच्छता कर सकते हैं क्या ? घर स्वच्छ क्यों रहता है ? क्योंकि अपना है। क्या हमें अजमेर ‘‘अपना अजमेर’’ लगता है ? निगम व प्रशासन का कार्य है विकल्प उपलब्ध करवाना, व्यवस्था सुलभ करवाना। हमारा कार्य है एक ‘‘सार्वजनिक अनुशासन’’ विकसित करना, उसका पालन करना। प्रत्येक महान कार्य का प्रारम्भ छोटा होता है। हर कदम औसत 60 सेन्टी मीटर का ही होता है पर इन छोटे-छोटे कदमों से मंजिल की ओर हजारों किलोमीटर की दूरी तय हो जाती है। हमने भी एक ‘‘अणुव्रत’’ के प्रारम्भ का निश्चय किया है – ‘‘वाहन मुक्त शनिवार’’ अर्थात् प्रति शनिवार हम पैदल या साईकिल पर ही चलेंगे। यदि वाहन का उपयोग अपरिहार्य है तो सार्वजनिक परिवहन (रोडवेज, टेम्पो, टेक्सी), साइकिल रिक्शा या ई-रिक्शा का ही प्रयोग करेंगे। निजि वाहन का सामूहिक उपयोग करेंगे अर्थात् उसमें निर्धारित क्षमता की संख्या रहनी चाहिए। क्या आप इस लघु प्रयास से सहमत हैं ? यदि हाँ तो इसके पक्ष में संकल्प लीजिए, अन्यों को प्रेरित करने के लिए पर्यावरण-मित्र बनिए और इस अभियान से जुड़कर पर्यावरण के रक्षण, पोषण-संवर्द्धन हेतु सक्रिय सहभाग के कारवाँ को पुष्ट कीजिए।

कंवल प्रकाश
सूत्रधार
मो.नं. 9829070059

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