अजमेर के भाजपा टिकटों में होगी सांसद यादव की भूमिका

भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व राज्यसभा सदस्य भूपेन्द्र यादव जिस प्रकार अजमेर से लगाव रख रहे हैं, उससे यह संदेश साफ जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में अजमेर जिले के विधानसभा टिकटों में उनकी अहम भूमिका होगी। ज्ञातव्य है कि दिल्ली से भाजपा की सदस्यता होने के बाद भी उन्होंने अजमेर आ कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है, ताकि उन पर राजस्थान में बाहरी होने का ठप्पा न रहे। राजस्थान में भी उन्होंने अजमेर को उन्होंने इसलिए तरजीह दी है, क्योंकि अजमेर में उन्होंने अपना अध्ययन काल बिताया है।
सब जानते हैं कि जब भाजपा हाईकमान ने उन्हें राज्यसभा का टिकट दिया था तो भरी बैठक में इस पर ऐतराज हुआ था कि वे बाहरी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के दबाव से मामला दबा दिया गया। इसके बाद भी उन पर बाहरी होने का ठप्पा लग रहा था, सो उन्होंने यह बेहतर समझा कि भाजपा की प्राथमिक सदस्यता अजमेर से ही ले ली जाए। आपको याद होगा कि जीतने के बाद भी वे सबसे पहले अजमेर ही आए और उसके बाद भी आए दिन अजमेर आते रहते हैं। राज्यसभा सदस्य बनने के बाद वे काफी सक्रिय हैं और आए दिन राष्ट्रीय मसलों पर न्यूज चैनलों पर भाजपा की पैरवी करते नजर आते हैं। वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी के काफी नजदीक भी हैं। समझा जाता है कि हाई कमान ने उन्हें विशेष रूप से अजमेर जिम्मेदारी दे रखी है। हालांकि विधानसभा टिकट वितरण के दौरान पैनल बनाने का काम निचले स्तर पर होगा, मगर जयपुर व दिल्ली में टिकट फाइनल करते वक्त उनकी राय अहम रहेगी। चतुर दावेदार उनकी भूमिका को अच्छी तरह से समझते हैं और उन्होंने अभी से उनसे लाइजनिंग रखना शुरू कर दिया है। यहां बताना प्रांसगिक ही होगा कि यहां उनके लंगोटिया यार भी मौजूद हैं, जिनमें से कुछ टिकट के दावेदार भी हैं।
-तेजवानी गिरधर

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