विधानसभा चुनाव को लेकर अटकलों का दौर

*केकड़ी*, अजमेर।
राजस्थान में विधानसभा चुनाव छह माह बाद होने है लेकिन चुनाव को लेकर चर्चाएं व अटकल बाजियां अभी से शुरू हो गई है। सम्भावित उम्मीदवारों को लेकर कई प्रकार की चर्चाएं है लोगो ने तरह तरह के कयास लगाना शुरू कर दिया है।
उधर चुनावी सुगबुगाहट के चलते दोनों ही दलों से टिकट लेने वाले नेताओं ने अपने-अपने आकाओं से नजदीकियां बढ़ाते हुवे टिकट पाने की कवायद शुरू कर दी है।
कांग्रेस के नेता जहाँ अजमेर लोकसभा उपचुनाव में संसदीय क्षेत्र की सभी 17 विधानसभा सीटों पर शानदार जीत से उत्साहित हैं वहीं भाजपा खेमे में निराशा छाई हुई है। केकड़ी विधानसभा क्षेत्र का भी यही हाल है। लोकसभा उपचुनाव में केकड़ी क्षेत्र से भाजपा अपनी करीब 35 हजार मतों से करारी हार के बाद अभी तक उबर नहीं पाई है वहीं कांग्रेस अतिउत्साही है। लोकसभा उपचुनाव के इस परिणाम ने कईयों की नींद खराब कर दी है तो कईयों के सपनो को पंख लगा दिए हैं।
हालांकि भाजपा में विधायक शत्रुघ्न गौतम व कांग्रेस में सांसद डॉ रघु शर्मा जिन्हें मजबूत माना जा रहा है, वे ही हर सम्भव टिकट लाने का प्रयास करेंगे ये अलग बात है कि पार्टी उन्हें अपना प्रत्याशी बनाये या नही।
कांग्रेस में सांसद डॉ रघु शर्मा सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे है। सांसद बनने के बाद उनका राजनीतिक कद और बढ़ गया है वे राज्य के कांग्रेस ब्राह्मण नेताओं में टॉप 2 पर पहुंच गये है। माना तो ये जा रहा है कि अगर वे विधानसभा चुनाव नही लड़ते है तो केकड़ी से कांग्रेस का जो भी उम्मीदवार होगा उनकी पसन्द का होगा। कांग्रेस में जिन नेताओं की चर्चा है उनमें सेवादल के प्रदेशाध्यक्ष राकेश पारीक, जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह राठौड़, पूर्व प्रधान भूपेंद्र सिंह शक्तावत, शेलेन्द्र सिंह शक्तावत के नाम शामिल है। हालांकि लोकसभा उपचुनाव में सक्रियता के बाद सागर शर्मा का भी नाम चर्चा में आया था वे डॉ रघु शर्मा के सुपुत्र है। लेकिन बताया जा रहा है कि वे दावेदारी नहीं करेंगे।
इधर लोकसभा उपचुनाव में केकडी क्षेत्र में भाजपा की करारी हार के बाद कुछ टिकट पाने के इच्छुक टिकटार्थी विधायक शत्रुघ्न गौतम का टिकट कटा हुआ मान कर चल रहे है,लेकिन राजनीति के माहिर गौतम आखिरी दम तक टिकट पाने की जुगाड़ में रहेंगे। वे अपने राजनैतिक कौशल से पहले भी दर्जन भर टिकटार्थियों की दौड़ में अव्वल रहकर टिकट पाने में कामयाब रहे थे और इस बार भी वे पीछे रहने वालों में से नहीं।उनके पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सहित संघ के पदाधिकारियों से अच्छे सम्बन्ध है जो उनके लिए प्लस पॉइंट है। विधायक शत्रुघ्न गौतम के अलावा भाजपा के जिन टिकटार्थियों के नाम की चर्चा है उनमें पार्षद राजेन्द्र विनायका, पालिकाध्यक्ष अनिल मित्तल, पूर्व प्रधान रिंकू कंवर राठौड़,उप प्रधान डॉ शिवरतन सिंह, राधेश्याम पोरवाल,डॉ मिथलेश गौतम के नाम शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि राज्य में वसुंधरा सरकार की कार्यशैली से नाखुश मतदाता अपना मन बदल कर कांग्रेस की ओर रुख कर रहा है फिर भी अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा। क्या पता इन छह महीनों में मोदी और शाह का जादू कोई चमत्कार कर दे ! राज्य में भाजपा के विपक्ष में बहती हवा में अचानक बदलाव आ जाये ! ये सब फिलहाल भविष्य के गर्भ में छिपा है…
✍🏼 *तिलक माथुर*
*9251022331*

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