रावत महासभा का प्रतिभा सम्मान समारोह चढ़ा नेताओ के अहंकार की भेंट

हंगामे , मारपीट के बाद दोनों पक्षो ने लगाया राजनैतिक साजिश का आरोप
महासभा ने कहा संसदीय सचिव सुरेश रावत के समर्थकों के खिलाफ करेंगे अनुशासनात्मक कार्यवाही , कांग्रेसी विचारधारा के लोग कर रहे है झूठा बदनाम – सुरेश सिंह

राकेश भट्ट
राजस्थान प्रदेश रावत महासभा के द्वारा रविवार को पुष्कर स्थित रावत मंदिर में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह राजनेताओ के आपसी स्वार्थ और अहंकार की भेंट चढ़ गया । कार्यक्रम के दौरान संसदीय सचिव और पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत के कुछ समर्थकों ने रावत महासभा और कपालेश्वर मंदिर के महंत सेवानंद गिरी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गाली गलौच की और आयोजन में सुरेश सिंह रावत सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को नही बुलाये जाने पर गहरी नाराजगी भी प्रकट की वही दूसरी और रावत महासभा के पदाधिकारियों का कहना था की यह कार्यक्रम पूरी तरह से गैर राजनीतिक है इसलिए इसमे किसी भी जनप्रतिनिधि को नही बुलाया गया । इस बात का हंगामा इतना बढ़ा की आरोप प्रत्यारोप से शुरू हुआ सिलसिला नारे बाजी , गाली गलौच और मारपीट तक पहुंच गया । दोनो पक्षो के लोगो मे जमकर मारपीट हुई जिसमे कुछ लोग घायल भी हो गए वही दोनों ही पक्षो ने एक दूर के खिलाफ पुलिस में मुकदमा भी दर्ज करवाया ।

*विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ करेंगे अनुशासनात्मक कार्यवाही – शैतान सिंह ••••*
आयोजन के दौरान हुए घटनाक्रम के बाद महासभा के पदाधिकारियों और रावत समाज के गणमान्य नागरिकों में जबरदस्त गुस्सा और नाराजगी है । महासभा के अध्यक्ष शैतान सिंह रावत का कहना है कि यदि किसी बात को लेकर विधायक सुरेश सिंह रावत या उनके समर्थकों में कोई नाराजगी थी तो उसे समाज के सामने उचित मंच पर रखना चाहिए था लेकिन समाज के प्रतिभावान छात्रों को आगे बढ़ाने वाले इस कार्यक्रम में हंगामा करके उसे अपने राजनैतिक स्वार्थ की भेंट चढ़ा देना निंदनीय है । जल्द ही महासभा द्वारा इस घटना के लिए एक बैठक आयोजित कर दोषी लोगो के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी ताकि भविष्य में इस तरह की पुनरावृत्ति ना हो सके ।

*कांग्रेसी विचारधारा के लोग कर रहे है मुझे बदनाम करने की साजिश – सुरेश सिंह रावत ••••*
इस मामले में जब पॉवर ऑफ नेशन ने संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत का पक्ष जानना चाहा तो उनका कहना था कि इस मामले में उनका कोई लेना देना नही है । समाज के कुछ लोग रावत मंदिर के महंत को नही बुलाये जाने से नाराज थे । इसलिए हंगामा हुआ । परंतु समाज मे कांग्रेस की विचारधारा वाले कुछ लोग मुझे और मेरी पार्टी बीजेपी को बदनाम करना चाहते है इसलिए हमारे ऊपर ऐसे आरोप लगा रहे है । महासभा का यह कहना कि कार्यक्रम गैर राजनैतिक था यह भी गलत है । आयोजन के दौरान समाज के कई ऐसे राजनैतिक लोग मौजूद थे जो पूर्व में चुनाव लड़ चुके है और अभी भी किसी न किसी पद पर है । रावत ने कहा कि वे भी सही मंच और सही वक्त पर समाज को अपना स्पष्टीकरण देंगे ।

*चुनाव से पहले रावत समाज मे फुट डालने की कोशिश ••••*
रावत सभा के प्रमुख लोगो की माने तो कल हुई इस घटना से समूचे राजस्थान में समाज की प्रतिष्ठा और एकता धूमिल हुई है । आने वाले विधानसभा चुनावों में समाज के नाम पर ज्यादा से ज्यादा फायदा लेने की कोशिश करने वाले लोगो की ओछी सोच के चलते ही इस कार्यक्रम को विवादित बनाने का षड्यंत्र रचा गया । यहां तक कि रावत महासभा को भी विवादित करार देने की रणनीति बनाई गई । जिससे समाज के लोगो और राजनैतिक दलों में बहुत ही गलत संदेश गया है । चूंकि पुष्कर विधानसभा के चुनावों में रावत समाज का दबदबा रहता है और हार जीत का फैसला भी रावत समाज का मतदाता ही करता है इसलिए अब आने वाले समय मे भारी उठापटक देखने को मिल सकती है । वही महासभा द्वारा अनुशासनात्मक कार्यवाही किये जाने की तैयारी का भी विधायक और उनके समर्थकों के राजनैतिक भविष्य पर गहरा असर पड़ सकता है ।

*राकेश भट्ट*
*प्रधान संपादक*
*पॉवर ऑफ नेशन*
*मो 9827161070*

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