50 साल राज करने के दावे का आधार क्या

ओम माथुर
ये अमित शाह देश को बता रहे हैं या डरा रहे हैं कि भाजपा 50 साल देश मे राज करेगी। राजनीति मे पांच साल तक शासन करने का हक तो जनता मतदान करके देती है। लेकिन 50 साल राज करने की बात तो तानाशाही से ही मिल सकती है ,तो क्या भाजपा नेताओं के मन में ऐसी कोई बात पनप रही है ? अगर नही,तो फिर अमित शाह बार-बार इसे क्यों दोहराते हैं।
राजनीति में 5 साल में बहुत पानी बह जाता है और इसलिए कौनसा दल अगले 5 साल बाद फिर सत्ता में आएगा,इसकी भविष्यवाणी चुनावों से कुछ पहले भी नहीं की जा सकती है । ऐसे में अमित शाह क्या देश में इमरजेंसी जैसे कोई बात तो नहीं कर रहे हैं । जिसमें न चुनाव कराने होते हैं और ना ही जनता को अपनी बात कहने या आवाज उठाने का हक होता है ।
ये ठीक है देश में अभी विपक्ष बिखरा और कमजोर स्थिति मे है । सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है,अब उसने विपक्ष का नेतृत्व करने का हक भी लगभग खो दिया है। इसलिए विपक्षी दल महागठबंधन बनाने को तैयार हो सकते है,लेकिन राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने के लिए कोई भी विपक्षी दल तैयार नहीं है । हो सकता है भाजपा को इससे यह लगता है कि 2019 का लोकसभा चुनाव वो आसानी से जीत लेगी । लेकिन महज विपक्ष के कमजोर होने को 50 साल के शासन की गारंटी मान लेना क्या उचित है ?
कभी भाजपा भी सिर्फ 2 सीटों पर हुआ करती थी। लेकिन आज उसकी देश में सरकार है । वैसे ही हो सकता है आने वाले कुछ सालों में विपक्ष या कांग्रेस फिर मजबूत होकर केंद्र की सत्ता की दावेदारी करें । यूं भाजपा का दावा है कि उसने इतने कार्य – कार्यक्रम किए हैं कि शासन उसी के पास रहेगा । लेकिन क्या जिस उम्मीद और एजेंडे पर लोगों ने उसे जिताया था ,उसमें से एक भी उसने पूरा किया है । जो भाजपाई कल तक आरक्षण की समीक्षा की वकालत करते थे ,अब प्रधानमंत्री मोदी और शाह से लेकर सभी सीना ठोक कर कह रहे हैं कि न आरक्षण खत्म होगा और ना ही हम होने देंगे । राम मंदिर को कभी कानूनी नहीं आस्था का सवाल बताने वाली भाजपा अब इसके निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है । लेकिन उसी सुप्रीम कोर्ट ने जब कठोर एससी एसटी एक्ट में संशोधन कर लोगों को राहत दी तो भाजपा ने संसद में प्रस्ताव लाकर तुरंत उसे पलट दिया । तब उसने यह नहीं सोचा कि क्यों सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलटा जाए,जिसके भरोसे उसने राम मंदिर का निर्माण जैसा अपना मुद्दा छोड़ रखा है । जबकि भाजपा को कभी बनिया ,ब्राह्मण और उच्च जाति की पार्टी कहा जाता था । जम्मू कश्मीर में 370 बदस्तूर जारी है । पेट्रोल-डीजल ऐतिहासिक ऊंचाई पर और रुपया ऐतिहासिक निचाई पर है। फिर भी 50 साल सत्ता मे रहने की घोषणा करना लोगों में विश्वास जगाने की जगह किसी अनहोनी की आशंका से डराता ज्यादा है।

ओम माथुर/9351415379

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