आगामी लोकसभा चुनाव में अजमेर से भाजपा व कांग्रेस का टिकट किसे मिलेगा, पता नहीं, हो सकता है कि इस बार भी सचिन पायलट व किरण माहेष्वरी की तरह फिर दिग्गजों को चुनाव लडवाया जाए। टिकट वितरण के दौरान पूर्व में सांसद रह चुके सचिन पायलट, भागीरथ चौधरी, डॉ प्रभा ठाकुर, सी आर चौधरी, डॉ रघु षर्मा आदि के नाम भी विचारणीय रहेंगे। यह सही है कि टिकट का निर्धारण करने में जातीय समीकरण के अतिरिक्त पूर्व अनुभव, लोकप्रियता व साधन संपन्नता का ख्याल रखा जाता है, मगर इस बात का भी ख्याल रखा जाता है कि दावेदार की जमीन पर पकड कितनी है। इसमें कोई दो राय नहीं कि उसमें टॉप पर प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष रह चुके सचिन पायलट, अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी व युवा नेता व जिला प्रमुख श्रीमती सुषील कंवर पलाडा के पति युवा नेता भंवर सिंह पलाडा हैं। पायलट ने ही षहर व देहात जिला अध्यक्ष नियुक्त किए थे, इस कारण संगठन के माध्यम से उनकी पकड है, साथ ही सेलिब्रिटी होने का एडवांटेज भी उनको मिल सकता है।
चौधरी अजमेर डेयरी के तकरीबन पैंतीस साल से अध्यक्ष हैं और डेयरी नेटवर्क के कारण उनकी पहुंच गांव गांव ढाणी ढाणी तक हैं। षायद ही कोई गांव ऐसा होगा, जिसके दो-चार लोग चौधरी के सीधे संपर्क में न हों। वे देहात जिला कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
इसी प्रकार जिला प्रमुख श्रीमती सुषील कंवर पलाडा के पति युवा नेता भंवर सिंह पलाडा की भी पूरे संसदीय क्षेत्र में गहरी पकड है। एक तो संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों के जरिए पंच सरपंच संपर्क में हैं, दूसरे जनहितकारी कार्यक्रमों के जरिए आम लागों से जुडे रहते हैं।
यूं जिला प्रमुख रह चुके पुखराज पहाडिया, रामस्वरूप चौधरी व सरिता गेना और देहात अध्यक्ष रहे देवीषंकर भूतडा, प्रो बी पी सारस्वत, नाथूराम सिनोदिया व भूपेन्द्र सिंह राठौड भी दावा कर सकते हैं कि उनका भी संपूर्ण क्षेत्र में नेटवर्क रहा है। ़इनके अतिरिक्त कुछ प्रभावषाली नेता भी हैं, जो दावा कर सकते हैं, उनमें अजमेर नगर परिशद के पूर्व सभापति सुरेन्द्र सिंह षेखावत, अजमेर नगर निगम के पूर्व मेयर धर्मेन्द्र गहलोत, दीपक भाकर, केकड़ी के पूर्व प्रधान भूपेन्द्र सिंह शक्तावत, शैलेन्द्र सिंह शक्तावत, केकडी के ही चरण सिंह चौधरी, पूर्व एडीए चेयरमैन षिवषंकर हेडा, पूर्व यूआईटी चेयरमैन धर्मेष जैन, राजस्थान पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिह राठौड, भाजपा संगठन में आईटी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले आशीष चतुर्वेदी, सुभाष काबरा, ओम प्रकाश भडाना, रामेश्वर प्रसाद कड़वा, विजय जैन आदि षामिल हैं।