अब कैसे होगा केईएम का नाम मोटवानी के नाम पर?

गुलामी की निषानियों को मिटाने के सिलसिले में स्टेषन रोड स्थित किंग एडवर्ग मेमोरियल का नाम बदलने की चर्चा आरभ हुई है। इस पर पिछले दिनों रेलवे कर्मचारी नेता मोहन चेलानी ने सोषल मीडिया पर एक अच्छी पोस्ट षाया की। उन्होंने मांग की है कि इस मेमोरियल का नाम भूतपूर्व केबीनेट मंत्री स्वर्गीय श्री किषन मोटवानी के नाम पर किया जाए। उनका कहना है कि मोटवानी जी का अजमेर के विकास में खास योगदान रहा है। बीसलपुर पेयजल परियोजना, एचएमटी, जेएलएन अस्पताल का विकास आदि में उनकी अहम भूमिका रही। उनका निवास व दफ्तर केईएम में ही था। आगामी एक मार्च को उनका जन्मदिन है। इस मौके पर केईएम का नाम मोटवानी जी के नाम पर करके उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है। श्री चेलानी की मांग में दम है, मगर यह मांग मात्र है, औपचारिक मांग। यदि मांगना ही था तो कांग्रेस राज में मांगते। बहुत देर कर दी। अव्वल तो नाम परिवर्तन कठिन है, क्योंकि कानूनी पेच फंसा हुआ है। अब अगर नाम बदला भी गया तो भाजपा के किसी आदर्ष का नाम तय होगा। भाजपा सरकार भला कांग्रेस नेता मोटवानी के नाम को क्यों चिरस्थाई करना चाहेगी? उससे सदाषयता का उम्मीद बेमानी है।

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