किशनगढ़ : कांग्रेस व भाजपा पार्टी में चुनावी दौड़ शुरू

-राजकुमार शर्मा- मदनगंज-किशनगढ। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर प्रमुख कांग्रेस व भाजपा पार्टी में दौड़ शुरू हो गई है। टिकटों के पैनल में नाम जुड़वाने को लेकर कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस में टिकट चाहने वालों की लंबी कतार है, वहीं भाजपा में मात्र गिनती के लोग शामिल हैं। वहीं भाजपा के पूर्व विधायक जगजीत सिंह ने अपने पुत्र को बसपा को बैनर तले चुनावी मैदान में उतार दिया है, जिससे इस दफा मुकाबला रोचक बनने के आसार हैं।
कांग्रेस के दावेदार

नाथूराम सिनोदिया
नाथूराम सिनोदिया

क ांग्रेस पार्टी में गत दिवस पैनल में नाम जुड़वाने को लेकर चल रही रस्साकस्सी बुधवार को विधायक एवं जिला देहात अध्यक्ष नाथूराम सिनोदिया द्वारा प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान को लिस्ट सौंपे जाने के बाद समाप्त सी हो गई है। वहीं चर्चा यह है कि किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से तैयार किये गये पैनल में वर्तमान विधायक सिनोदिया का नाम ही है। इसके अलावा चार अन्य में डमी नामों को शामिल किया गया है, जिससे अन्य दावेदारों में नाराजगी है। चर्चा तो यह है कि कांग्रेस से टिकट चाहने वालों में सिनोदिया के अलावा पीसीसी सदस्य एवं युवा नेता नरेन्द्र भादू, पूर्व जिला प्रमुख रामस्वरूप चौधरी, नगर के प्रमुख बिल्डर राजू गुप्ता के नाम हैं, जो अपने-अपने आकाओं के भरोसे चुनावी दंगल में घमासान मचाने को आतुर हैं। लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चहेते सिनोदिया को ही पुन: टिकट मिलने की आशा है। फि र भी अंतिम समय तक टिकट पाने की जुगत में केन्द्रीय मंत्री सी.पी.जोशी के चहेते एवं युवा नेता नरेन्द्र भादू टिकट पाने में रोड़ा पैदा किए रखेंगे। हालांकि इनके अलावा प्रमुख बिल्डर राजू गुप्ता अजमेर सांसद एवं केन्द्रीय कंपनी मामलाल राज्य मंत्री सचिन पायलट के नजदीकी होने का फ ायदा उठा सकते हैं।
भाजपा की दावेदारी

भागीरथ चौधरी
भागीरथ चौधरी

भाजपा में फिलहाल एक ही नाम की चर्चा चहुं ओर है पूर्व विधायक भागीरथ चौधरी की, परन्तु विधायकी का हसीन सपना संजोये नगर परिषद के पूर्व सभापति सुरेश टांक अपने कार्यकाल में कराये विकास कार्यों को लेकर इस चुनावी दंगल में कूदने की तैयारी में मंसूबे पाले हैं। वहीं वर्तमान नगर परिषद सभापति के पति एवं भाजपा नेता महेन्द्र पाटनी भी दबी जुबां से स्वयं को भी दावेदार मान रहे हैं। इस सबको लेकर नगर में तरह-तरह की चर्चा है। राजनीतिक क्षेत्र में भागीरथ चौधरी को ही एक मात्र दावेदार माना जा रहा है। गत दिवस भाजपा कार्यकर्ता समेलन में शिरकत करने आये प्रदेश उपाध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत ने तो एक दावेदार को भरे सभागार में आड़ेे हाथे लेते हुए चेतावनी तक दे डाली कि जो तरीके सभाओ में अपनाये जा रहे हैं, उनसे टिकट नहीं मिलता। उसके लिए पार्टी के प्रति समर्पित भाव से कार्य करें।
फोटो- 5,6 भागीरथ चौधरी व सुरेश टांक की
बसपा में हिम्मत
तीसरे दल बहुजन समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर चुनावी दंगल को त्रिकोणीय बना दिया है। भाजपा के पूर्व विधायक जगजीत सिंह, जो तीन दफ ा भाजपा से विधायक रह चुके हैं, ने इस दफ ा बसपा से अपने पुत्र हिम्मतसिंह को टिकट दिलवा कर मैदान में उतारा है। अब इससे किस पार्टी को फ ायदा और किसे नुकसान पहुंचेगा यह अभी भविष्य के गर्त में हैं।
मुख्य मुकाबला कांग्रेस-भाजपा में
आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस व भाजपा के बीच ही होना तय है। और दोनों ही पार्टियां जाट को ही चुनावी दंगल में उतारेंगी। टिकट नहीं मिलने वाले दावेदार पर्दे के पीछे से टांग खींचने के काम को अंजाम देंगे।

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