नकदी से खाली बैंक और परेशान जनता – जवाब दार कौन ?

हेमेन्द्र सोनी
हेमेन्द्र सोनी
बेंको में पर्याप्त नकदी ना होने से बेंको ने पेमेंट देने के लिए हाथ खड़े कर दिए । कई बेंको में नोट बदलने की व्यवस्था पहले ही बंद हो चुकी हे ।
जनता के पास अपनी ईमानदारी की कमाई का पैसा बैंक में जमा हे और उस पे पूरा टेक्स भी चुकाया गया हे लेकिन उसका खुद का अपना पैसा भी वो अपने खुद के जरुरत के समय निकाल नहीं पा रहा हे । गावो में और कई शहरो में स्थिति बहुत ही बिगड़ती जा रही हे और उस पे कोढ़ में खाज साबित हो रहे हे रोज रोज के नियमो में बदलाव ।
ATM में पैसा भरा नहीं जा रहा हे बैंक में पैसा हे नहीं और जो पैसा बैंक में आ रहा हे उसमे से ज्यादातर बड़े प्रभावशाली लोगो को सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हे , काले धन को सफ़ेद करने में कई बेंको की भूमिका सामने आ रही हे , इस मामले में रेलवे और कई अन्य सरकारी विभागों की भूमिका भी संदिग्ध होती जा रही हे ।
कुल मिला के आम जनता को जो परेशानी हो रही हे उससे किसी कोई सरोकार नहीं हे अगर आने वाले समय में स्थिति में कोई महत्वपूर्ण सुधार नहीं हुवा तो और जब आम आदमी के हाथ में पैसा नहीं होगा तो इस परिस्थिति में मजबूर आम आदमी किसी भी हद तक उतरने को मजबूर हो सकता हे ।
महत्वपूर्ण बात:-
क्या बेंको को खाते में जमा पैसा वापस देने या लौटाने से मना करने का अधिकार हे ?
आज बेंको के इस निर्णय से की किसी को भी चेक से 2000 रुपए से ज्यादा का भुगतान नहीं होगा । क्या होगा इसका प्रभाव ? बहुत गंभीर बात हे यह ।
एक आदमी ने किसी को 15000 का चेक दे रखा हे और वो बैंक में चेक भुनाने जाता हे तो बैंक उस चेक को क्या कह कर भुगतान से मना करेगी की खाते में पैसा नहीं हे या मेरी बैंक में पैसा नहीं हे जबकि चेक देने वाले के खाते में पर्याप्त पैसा मौजूद हे । क्या इस स्थिति में बैंक चेक के पीछे यह लिख के लोटा देगी की मेरे पास भुगतान देने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं हे ?
तो ऐसी परिस्थिति में बेंको की क्या साख रह जायेगी ?
किसी को बताने की जरुरत नहीं की हमारा खुद का पैसा जब कोई देने से मना करता हे तो उसको क्या समझा जाता हे यह आप सब जानते हे ?
अगर जल्द ही काला धन को सफ़ेद करने में लगे सरकारी विभागों और बेंको पे नकेल नहीं कसी गई और उनपे कठोर कार्यवाही नहीं की गई तो स्थिति बहुत ही गंभीर हो सकती हे ।
भ्रष्टाचार और कालेधन को ख़त्म करने की आड़ में आम जनता की इस तरह बेमतलब की हो रही पिसाई से logo में आक्रोश पनपने की संभावना हे , आम जनता के हित में स्थिति में तुरंत सुधार की जरुरत हे |

हेमेन्द्र सोनी @ BDN ब्यावर

1 thought on “नकदी से खाली बैंक और परेशान जनता – जवाब दार कौन ?”

  1. अजमेर में बैंक की दादागिरी पैसे हैं पर देते नहीं ? अगर बैंक में CCTV से देखा जाए तो पता लग जाएगा की बैंक के अन्दर लाइन में खड़े कितने लोगों को कॅश दिया गया है ? और कितने लोगों को बिना लाइन के दिया गया है ? जब देखो दिन के 12 बजे कॅश खत्म हो जाती हैं ? 10 बजे बैंक खुलता है अर २ घण्टे मैं 2 से 3 लाख कॅश बाँट दे जाती है ? 1 ) एक को 2000 रुपये देंगे तो 2 लाख में 100 लोगों को कॅश मिल सकता है ? तो किया 2 घण्टे मैं 2 लाख वितरित हो जाते हैं ? 2 ) जो लोग बैंक में पैसे जमा करते हैं उसको बैंक वाले लाइन में खड़े लोगों को नहीं देते हैं ? इसकी जांच करवाई जाए ?

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