अखिलेश को पता था कि दंगा होगा?

akhilesh yadav 2013-1-6यह किसी पार्टी का आरोप नहीं बल्कि देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के उस बयान का सीधा सीधा अर्थ है जो उन्होंने सोमवार को दिया है। सोमवार को सुशील कुमार शिंदे ने जो कुछ कहा है उसका सीधा सा मतलब यही निकलता है कि केन्द्र सरकार ने समय रहते उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी दे दी थी। और वह भी किसी अधिकारी स्तर पर नहीं बल्कि सीधे सीधे गृहमंत्री ने फोन करके मुख्यंमत्री अखिलेश को आगाह किया था लेकिन आश्वासन देने के बाद भी मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तत्पर नहीं हुए जिसका परिणाम यह हुआ मुजफ्फरनगर में भड़के दंगे ने सांप्रदायिक शक्ल अख्तियार कर लिया।

एक न्यूज चैनल से बात करते हुए सुशील कुमार शिंदे ने साफ कहा कि शुक्रवार की दोपहर 12.30 बजे उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को फोन किया था और आगाह किया था कि मुजफ्फरनगर में तनाव बढ़ रहा है लिहाजा उन्हें सावधान हो जाने की जरूरत है। सुशील कुमार शिंदे के अनुसार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उन्हें आश्वस्त किया था कि वे व्यवस्था कर रहे हैं, लेकिन वह घटित हो गया जिसे रोकने की कोशिश की जा रही थी। गृहमंत्री का यह बयान सीधे तौर पर यह साबित करता है कि अखिलेश सरकार को भी खतरे का अंदेशा था लेकिन उन्होंने पूरे मामले को बहुत हल्के में लिया। गृहमंत्री के अनुसार 27 अगस्त को तीन युवकों की हत्या के बाद से ही केन्द्र मुजफ्फरनगर में संवेदनशील हो गया था और तीन दिनों के भीतर ही 22 सौ अर्धसैनिक बल तैनात कर दिये गये थे। शिंदे की मानें तो 28 सौ अन्य सुरक्षाबलों के साथ साथ सेना की दस टुकड़िया भेजने का फैसला भी केन्द्र ने आनन फानन में लिया, और उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसा कुछ उपाय नहीं किया जिससे संभावित दंगों पर रोक लगाई जा सके।

इस बीच सोमवार को मुजफ्फरनगर में जारी तनाव के बीच केन्द्र सरकार की ओर से पांच हजार सैनिकों के अलावा तीन हजार अन्य अर्धसैनिक बल तैनात किया गया है। मुजफ्फरनगर की घटना को केन्द्र ने बहुत गंभीरता से लिया है और राज्य सरकार को निर्देश दिया है कि वह रोजाना दो बार हालात की रिपोर्ट केन्द्र सरकार को दें। इसके साथ ही केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने नये दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा है कि दंगाइयों से बहुत सख्ती से निपटा जाए। इस बीच खबर है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जो रिपोर्ट केन्द्र को भेजी है उसमें कहा है कि अभी भी करीब दर्जनभर गांवों में स्थितियां संवेदनशील हैं। http://visfot.com

error: Content is protected !!