चरित्र अभिनेताओं की बढ़ती अहमियत के बदौलत भोजपुरी इंडस्ट्री में आया निखार
एक वक्त था – जब भोजपुरी फिल्मों के बारे में ये आम समझ थी कि हीरो के बदौलत ही इंडस्ट्री चल रही है। तब इस इंडस्ट्री में कथानक पर हीरो को ज्यादा तरजीह मिलती थी। उस वक्त फिल्म के अन्य कलाकारों को न तो सम्मान मिलता था और न ही दाम। तब निर्माता – निर्देशकों … Read more