राजस्थान सरकार का शिक्षा विभाग अगले सत्र से कक्षा 10 व 12 के पाठ्यक्रम में बदलाव कर रहा है। सरकार ने इसी सत्र से माधयमिक शिक्षा की कक्षा 9 & 11 के पाठ्यक्रम में बदलाव किया है। पर अफसोस निशुल्क पाठ्यपुस्तक वितरण में और बाजार में सार्वजनिक विक्रय में उक्त कक्षाओं की पुस्तके पर्याप्त रूप से उपलब्ध नहीं हुई है। विडम्बना तो यह कि बाजार में उक्त पुस्तकें नदारद है। पुस्तक विक्रेताओं की माने तो अब इन कक्षाओं की पुस्तकों की दूसरी खेप बाजार में आना असंभव है। फिर उन छात्रों का क्या होगा जिनके पास यह पुस्तकें उपलब्ध नहीं है। सरकार को पाठ्यक्रम बदलने के साथ पाठःयपुस्तकों को पर्याप्त संख्या में छापना चाहिये।