एससी/एसटी आरक्षण अधिकार सम्‍मेलन करायेगा निषाद एकता का एहसास

पटना: निषाद क्रांति के प्रभाव से निषाद एकता चट्टानी मजबूती के साथ आरक्षण सहित अपने सभी हक़-अधिकार लेने के लिए हुंकार भरने को तैयार है. रविवार 4 फ़रवरी को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में सबको निषादों की ताकत का एहसास करवाया जाएगा. उक्त बातें निषाद विकास संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन ऑफ़ मल्लाह श्री मुकेश सहनी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा.

सन ऑफ़ मल्लाह ने कहा कि रविवार 4 फ़रवरी को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में SC/ST आरक्षण अधिकार सह पदाधिकारी सम्मलेन में पूरे बिहार से निषाद विकास संघ के तमाम पदाधिकारी एकसाथ एक मंच पर आ रहे हैं. साथ ही निषाद समाज की सभी उपजातियों के भाई-बंधू तथा माता-बहन निषाद विकास संघ के बैनर तले एकसाथ होंगे. सबकी उपस्थिति में 2018 में निषाद समाज की सफलता का बिगुल फूंका जाएगा. उन्होंने कहा कि सम्मलेन में निषाद विकास संघ के 2017 के क्रियाकलापों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया जाएगा. साथ ही पार्टी से संबंधित भी महत्वपूर्ण घोषणाएं की जाएगी.

सन ऑफ़ मल्लाह ने पत्रकारों के सवाल के जबाब में कहा कि परिस्थितियां अभी निषाद समाज के अनुकूल चल रही है तथा हमें आरक्षण मिलने के पूरे आसार हैं. अगर किसी कारणवश 2018 की छमाही तक निषाद समाज को आरक्षण नहीं मिलता है तो निषाद समाज की अपनी पार्टी लांच की जाएगी. साथ ही अगले लोकसभा चुनाव में बिहार में सभी 40 सीटों पर अपनी पार्टी के बैनर तले निषाद उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा. सन ऑफ़ मल्लाह ने यह स्पष्ट किया कि चुनाव लड़ने वक़्त हर हाल में निषाद विकास संघ के पदाधिकारियों की ही तरजीह दी जाएगी. सबसे ज्यादा भागीदारी संघ के पदाधिकारियों की ही होगी.

सन ऑफ़ मल्लाह ने बताया कि अभी तक निषाद विकास संघ में डेढ़ लाख पदाधिकारियों की नियुक्ति की जा चुकी है. साथ ही जून 2018 तीन लाख पदाधिकारियों की नियुक्ति का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा. आज संघ पूरे देश में अपनी तरह का एकमात्र जातिगत संगठन बनकर उभरा है. इसकी एकजुटता व ताकत के आगे सारे विरोधी पस्त हैं तथा रविवार को हमारी एकजुटता से उनके रातों की नींद उड़ जाएगी.

उन्होंने बताया कि रविवार को आयोजित सम्मलेन के लिए संघ के सभी जिले के पदाधिकारियों को निर्देश दिए जा चुके हैं. शनिवार से ही पटना में लोगों की उपस्थिति शुरू हो जाएगी. रविवार को पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में निषाद समाज का जनसैलाब उमड़कर आएगा.

इस सम्मलेन को सन ऑफ़ मल्लाह के आगामी राजनैतिक रणनीति शुरुआत के तौर पर भी देखा जा रहा है. हाल के वर्षों में बिहार में निषाद क्रांति की अभूतपूर्व सफलता उल्लेखनीय है. सन ऑफ़ मल्लाह के प्रभाव से पिछले चुनाव में राजनीति निषाद समाज के इर्द-गिर्द ही घूमती दिखी थी. इन सालों में बिहार का सम्पूर्ण निषाद समाज सन ऑफ़ मल्लाह के नेतृत्व में एक मंच पर आ चूका है. उनका सामाजिक जागृति तथा निषाद समाज के उत्थान का मेहनत रंग लाने लगा है.

सन ऑफ़ मल्लाह द्वारा अपनी पार्टी बनाने की बात के बाद ही बिहार की सियासी राजनीति में हलचल का माहौल है. चारों ओर सन ऑफ़ मल्लाह के आगामी फैसलों को लेकर उत्सुकता बनी हुई है. ऐसे में रविवार के कार्यक्रम पर सबकी नजर है.

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