कॉंग्रेस की सत्ता में वापसी की प्रबल संमभावनायें

सत्य किशोर सक्सेना
राजस्थान में दो संसदीय क्षेत्रों अजमेर व अलवर एंव एक विधान सभा क्षेत्र मॉडलगढ( भीलवाडा)के उप चुनावों में कांग्रेस की शानदार जीत व भाजपा की करारी हार राज्य व देश को संदेशदेते हैं कि मतदाता का भ्रम टूट चुका व मतदाता को अहसास हो चुका है कि भाजपा के प्रधानमंत्री के जुमलेबाजी,स्वप्न भ्रमित पूर्ण रोज़गार सृजन, बेरोज़गारी का अंत. कालेधन की वापसी,भ्रष्टाचार समाप्ति , कृषकों को फ़सल का पर्याप्त मूल्य , युवकों को रोज़गार के पर्याप्त अवसर ,महिलाओं के प्रति अपराधों पर अंकुश, क़ानून व्यवस्था ,पाकिस्तान पर दबाब, मंहगाई परअंकुश आदि के जो वायदे किये गये वे मात्र सपने मात्र थे ।परिणामस्वरूप भ्रम टूट गया व मतदाता सवंय को ठगा सा अनुभव कर रहा है।प्रधान मंत्री पद की शालीनता का अत्यंत हास्य हो चुका है क्यों कि प्रधान मंत्री पर सोशल मीडिया व परिचर्चाओं एंव कवि सम्मेलनों में चुटकुलों की अभिव्यक्ति दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन इसके लिये उत्तरदायी संवयम मोदी जी ज़िम्मेदार है क्योंकि जिस प्रकार उनके द्वारा विपक्ष के राजनैतिक नेताओं का मज़ाक़ , नक़ल व निराधार आलोचना की है यह उसकी ही परिणिति है।पूर्व में इस पद की शालीनता हर राजनेता ने बनाये रखी है।प्रजातंत्र में शक्ति का स्रोत व उद्गगम स्थल मतदाता/जनता है।भारत का मतदाता पूर्ण परिपक्व है क्योंकि उसके द्वारा मत के ज़रिये सत्ता परिवर्तन कई बार किया है जब कि पड़ौसी देशों में सत्ता परिवर्तन का माध्यम हिंसा रही है।बहुत जल्द ही मतदाता ने एहसास किया कि भाजपा को मत देकर व कॉंग्रेस को बेदख़ल कर राष्ट्र हित में नहीं था।हाल ही के बजट के प्रावधानों ने स्पष्ट कर दिया कि सरकार पूँजीपतियों की हितैषी है या सरकार के निर्णयों में कुछ सीमित धनपतियो का दख़लंदाज़ी है और जन सामान्य को कोई मान्यता नहीं है।हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जजों की प्रेस को दिये व्यक्तवय से आशंका है कि न्यायपालिका भी राजनैतिक प्रभाव से मुक्त प्रतीत नहीं लगती है।देश के ग्रामीण अंचल का सामान्य मतदाता भीराजनैतिक परिपक्वता पूर्ण है।परिणामत: मैं पूर्ण राजनैतिक अनुभव के आधार पर कह सकता हूँ कि आगामी राज्यों के चुनावों में व आगामी वर्ष लोक सभा के निर्वाचन में भाजपा की हार व कॉंग्रेस की सत्ता में वापसी की प्रबल संमभावनायें है।

सत्य किशोर सकसेंना, एडवोकेट,
अजमेर(राजस्थान )M-9414003192

error: Content is protected !!