एक को जानकार नेक बनें-बहन आशा

केकड़ी,एक प्रभु परमात्मा को जानकर उसकी भक्ति कर इंसान को नेक बनना चाहिए। संतों व महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों पर चलकर अपना जीवन श्रेष्ठ बनाना चाहिए। ये उद्गार बहन अशा ने अजमेर रोड़ स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित सत्संग के दौरान व्यक्त किये।
मण्डल प्रवक्ता रामचन्द्र टहलानी ने बताया कि बहन ने सत्संग के दौरान कहा कि आज का इंसान मौलिक वस्तुओं में खो गया हैं तथा प्रभु परमात्मा का स्मरण करना भूल गया हैं। इंसान को जीवन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिये स्वयं चैष्टा कोवे जैसी व नींद श्वान जैसी रखनी चाहिए। इंसान को मौलिक कार्य करते हुए प्रभु परमात्मा को अंग संग देखते उसका स्मरण करना चाहिए।
बहन ने यह भी कहा कि इंसानी जीवन मिला ही सिर्फ इसलिये ही हैं कि प्रभु परमात्मा को जानकार उसकी भक्ति करें। जानकर की गई भक्ति ही सुख का कारण बनती हैं परन्तु आज का मानव एकता को छोड़ अनेकता में भटक रहा हैं,जिससे वह प्रभु परमात्मा को जानने का मूल मकसद भूल गया हैं और यही उसके दुखों का कारण बनता है।
सत्संग के दौरान बिहारीजी,लवीना वासवानी,चान्दनी लेखवानी,कोमल रंगवानी,गोपाल,सुनिता लखवानी,रोहित,बालूराम,कोमल लखवानी ने गीत व अपने विचार व्यक्त किये। संचालन बलराम टहलानी तथा अशोक रंगवानी ने किया। बहन आशा का स्वागत संगीता टहलानी द्वारा किया गया।

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