फेंक रहे सब अपने पासे ,
आश्वासन और नोट-दिलासे |
पर जनता भी बड़ी सयानी ,
समझ रही है सबके झाँसे |
नेता नाम घोटालों का है ,
लालू जैसे लालों का है |
लम्बी सूची इनकी यारों ,
मोटे पेट-निवालों का है |
ये सारे बरसाती मेंढ़क ,
मौसम आने पर टर्राते |
बस लेना सीखा है इनने ,
पाँच बरस तक हमको खाते |
वोट बड़ा हथियार साथियों ,
चोट समय पर करना सीखें |
पथ से विचलित करने वाली ,
आज मिटा दो सारी लीकें |
कह दो उनको धोखेबाजी ,
ज्यादा दिन नहीं चलने वाली |
कह दो तोड़ नहीं पाओगे ,
साथ मनेगी ईद- दिवाली |
नहीं वाद का लफड़ा कोई ,
नहीं हमारी कोई जाति |
सही आदमी चुनकर भेजें ,
तोड़ो सब दलगत परिपाटी |
फिर से आज समय आया है ,
घर-घर में गूँजें यह नारा |
अपनी ताकत को दिखला दो,
बड़ा कीमती वोट हमारा |
– डॉ. नटवर विद्यार्थी
सम्पर्क- 9414548148