दिल्ली मे केन्द्र और केजरीवाल सरकार मे विवाद जगजाहिर है कुछ हद तक दोनो सही है तो कुछ हद तक दोनो गलत । बात सही है कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नही है ईसलिये कई शक्तिया केन्द्र सरकार के पास है लेकिन तब उचित नही होगा जब ईन शक्तिया का दुरूपयोग करके मोदी सरकार दिल्ली की चुनी हुई केजरीवाल सरकार को परेशान करे ।
उधर केजरीवाल सरकार का यह कहना भी सही है कि उनके पास पूरे अधिकार नही है लेकिन कई काम ऐसे हो जो जिसमे केन्द्र की कोई भूमिका नही हो और ऐसे काम नही होने ठीकरा यदि केजरीवाल केन्द्र पर फोङे तो वह भी अनुचित ही होगा ।
वर्तमान परिस्थितियो मे दिल्ली मे वही हो रहा है जो उचित नही है वहाँ मोदी सरकार भी केजरीवाल सरकार के लिये परेशानिया पैदा कर रही है वही केजरीवाल नही होने वाले हर काम के लिये मोदी को कौसते रहते है शायद चार साल तो यही चलता रहेगा है ।
गजे सिंह राठौड