मूल : विम्मी सदारंगानी
1.
माँ ऐं तूँ कड़हिं गडु-कोन हल्यासीं
रस्ते ते हलन्दे तूँ अगियाँ अगियाँ जणु को धनारु ऐं पुठियाँ नोडीअ सां बधल कहिं गाइं वंगुर माँ !
2.
तुमने कहा मुझे छोड़ दो और… और…. मैंने तुम्हारा हाथ ज्यादा मजबूती से थाम लिया था
हिन्दी अनुवाद : देवी नागरानी
1.
मैं और तुम कभी साथ-साथ नहीं चले रास्ते पर चलते तुम आगे आगे जैसे कोई चरवाहा और पीछे रस्सी से बंधी किसी गाय की तरह मैं !
2. तुमने कहा मुझे छोड़ दो और… और…. मैंने तुम्हारा हाथ और मजबूती से थाम लिया था
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