विम्मी सदारंगानी की सिंधी रचना का देवी नागरानी द्वारा हिंदी अनुवाद

Vimmiमूल : विम्मी सदारंगानी
1.
माँ ऐं तूँ कड़हिं गडु-कोन हल्यासीं
रस्ते ते हलन्दे तूँ अगियाँ अगियाँ जणु को धनारु ऐं पुठियाँ नोडीअ सां बधल कहिं गाइं वंगुर माँ !

2.
तुमने कहा मुझे छोड़ दो और… और…. मैंने तुम्हारा हाथ ज्यादा मजबूती से थाम लिया था

Devi N 1हिन्दी अनुवाद : देवी नागरानी
1.
मैं और तुम कभी साथ-साथ नहीं चले रास्ते पर चलते तुम आगे आगे जैसे कोई चरवाहा और पीछे रस्सी से बंधी किसी गाय की तरह मैं !

2. तुमने कहा मुझे छोड़ दो और… और…. मैंने तुम्हारा हाथ और मजबूती से थाम लिया था

पता: ९-डी॰ कॉर्नर व्यू सोसाइटी, १५/ ३३ रोड, बांद्रा , मुंबई ४०००५० फ़ोन: 9987938358

error: Content is protected !!