अमर चित्र बन रही स्वच्छता

मोहन थानवी
मोहन थानवी
बीकानेर; 1/9/2016 ( मोहन थानवी )। ऐतिहासिक; पौराणिक कथाएं तो कामिक रूप में पढ़ी-पढ़वाई जाती हैं; अब तैयारी है सफाई का महत्व बताने वाली चित्र कथाओं के प्रकाशन की। ऐसी तैयारी की है केन्द्र सरकार ने और पर काम भी शुरू कर दिया गया है। ऐसी कामिक्स 32 पेज की छापी जाएगी और उसे घर घर वितरित करने के लिए योजनाएं बनाई जा रही है। दरअसल पीएम मोदी के स्वच्छ भारत विचार को अमलीजामा पहनाने उपक्रम काफी पहले शुरू किए जा चुके और उनकी सफलता को लक्ष्य प्राप्ति में सहायक मानते हुए मिशन संचालकों की मंशा अब बालकों को भी इस महती यज्ञ में शामिल करने की प्रकट हो रही है। इसी दिशा की ओर अग्रसर स्‍वच्‍छ भारत मिशन को प्रत्यक भारतीय नागरिक का मिशन तय करना है। मिशन पर ‘कॉमिक-बुक’ के प्रकाशन और वितरण के लिए शहरी विकास मंत्रालय और अमर चित्र कथा के बीच सहमति-पत्र पर हस्‍ताक्षर हो चुके हैं। मिशन पर ‘कॉमिक-बुक’ के एक विशेष संस्‍करण के प्रकाशन और वितरण के लिए शहरी विकास मंत्रालय और अमर चित्र कथा के बीच बने सहमति पत्र के अनुसार ‘कॉमिक-बुक’ 32 पन्‍नों की होगी, जिसमें स्‍वच्‍छ भारत मिशन के स्‍वच्‍छता और ठोस कचरा प्रबंधन के संबंध में संदेश शामिल होगा।
सहमति पत्र पर हस्ताक्षर के अवसर पर शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने स्‍वच्‍छ भारत मिशन में अमर चित्र कथा की भागीदारी की प्रशंसा की। उन्‍होंने कहा कि देश के युवा और छात्र हर प्रकार के सामाजिक बदलाव में महत्‍वपूर्ण कड़ी होते हैं।

बच्चों की प्रेणा बनेगी कामिक बुक :–

नायडू ने कहा कि आशा है कि यह ‘कॉमिक-बुक’ बच्‍चों को अपने घरों, स्‍कूलों, पड़ोस और अंतत: अपने शहरों को स्‍वच्‍छ बनाने के लिए प्रेरित करेगी। उन्‍होंने कहा कि इस कदम से स्‍वच्‍छ भारत मिशन एक जनांदोलन के रूप में उभरेगा।

पहले अंग्रेजी में; फिर होगा हिंदी अनुवाद :–

अमर चित्र कथा इस ‘कॉमिक-बुक’ का विशेष संस्‍करण अंग्रेजी में तैयार करेगा और उसका अनुवाद हिन्‍दी में किया जाएगा। ‘कॉमिक-बुक’ और उसमें दी गई कहानियों को बड़े पैमाने पर प्रसारित करने के लिए शहरी विकास मंत्रालय उन्‍हें सीबीएससी, केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय के जरिये वितरित करेगा।

पुस्‍तक में मिशन, शहरों के लिए स्‍वच्‍छता रैंकिंग, पर्यावरण और व्‍यक्तियों तथा संगठनों के बारे में प्रेरक कहानियां दी जाएंगी ताकि बच्‍चों में स्‍वच्‍छता की भावना पैदा हो। पुस्‍तक में ऐसे बिन्‍दु और उपाय भी बताए जाएंगे जिससे बच्‍चों को अपने क्षेत्रों की सफाई के बारे में जानकारी मिलेगी। इसके अलावा एक खंड में यह भी बताया जाएगा कि स्‍वच्‍छता अभियान के लिए समुदायों को किस प्रकार संगठित किया जाए।

( मोहन थानवी; स्वतंत्र पत्रकार/ साहित्यकार)
:: हिंदी दैनिक भास्कर; बीकानेर से सेवानिवृत्त ::
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