इन फैसलों पर अमल कब तक

ओम माथुर
ओम माथुर
पाकिस्तान पर भारत का एक और हमला। पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा खत्म करने पर 29 को होगी बैठक। इससे पहले पीएम मोदी ने सिंधु जल संधि की समीक्षा करते हुए पाक को पानी रोकने की चेतावनी दी थी। मोदी देश मे और सुषमा स्वराज यूएन मे पाकिस्तान की बखिया उधेड चुके हैं। दोनों ने कहा पाक आतंक बोता है बेचता है और एक्सपोर्ट करता है। लेकिन उरी हमले के बाद क्या यही जवाबी कार्रवाई देश चाहता है? दस दिन बाद भी हमारे मौखिक हमल़ो के कारण ही कल पाक के गृहमंत्री एक पाकिस्तानी चैनल पर कह रहे थे की हम भारत की गीदड़ भभकियो से नहीं डरते। शायद पाक जानता है कि नदियों का पानी रोकना आसान नही है। ज्यादा से ज्यादा भारत थोडा ज्यादा पानी इस्तेमाल कर लेगा। पानी रोकने के लिये सिंधु,झेलम,चिनाब पर बांध बनाने होंगे, जो सालो मे होने वाला काम है। मोस्ट फेवर्ड नेशन का फायदा भी भारत के व्यापार को ज्यादा है, पाक ने तो अभी तक हमें ये दर्जा दिया ही नही है । अगर हम सीमा पार जाकर आतंकी कैम्पो पर हमला करने की सोच रहे थे,तो खबरें बता रही है कैम्प वहा से हटा दिए गए है। दस दिन मे एक भी ऐसा कदम नही उठाया है कि लगे की पाक को कुछ भी जवाब दिया गया है। हां,टीवी चैनलों पर बहस मे पाक को सबक सिखाने के उपाय बताते रक्षा विशेषग्य है,अपना अपना एजेंडा लेकर बैठे एंकर हैं, सत्तारूढ़ पार्टी के नेता सरकार का बचाव करने बैठे दिखते हैं तो सरकार को घेरता विपक्ष है। बस यही पाक को जवाब और हिसाब लेने का मंच बनकर रह गया है। लोगों को बस यही परेशानी है कि मोदी के वो तेवर कहां गए जो पीएम बनने से पहले थे। और वो उम्मीद भी धीरे धीरे मंद पड रही है कि जो उन्होंने जगाई थी। आप सीधी लडाई मत लडिए,ऐसा कुछ तो कीजिए कि पाक को सबक तो मिले।

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