सरकार ! सेना बुलाइए, कर्फ्यू लगाइए

जान से खिलवाड़ रहे हैं नासमझ लोग
लाॅकडाउन की नहीं समझ रहे गंभीरता

सुमित सारस्वत
देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए सरकारें हरसंभव प्रयास कर रही है इसके बावजूद जनता अपनी जान से खिलवाड़ कर रही है। वैश्विक महामारी से मुकाबला करने के लिए देश के कई राज्यों में लॉकडाउन किया गया है। इनमें राजस्थान भी शुमार है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी और राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बार-बार जनता से अपील कर रहे हैं कि लॉकडाउन का पालन करें। प्रतिष्ठान बंद रखें और घरों से बाहर न निकलें। इसके बावजूद नासमझ लोग मूर्खता का परिचय देते हुए दुकानें खोलकर बैठे हैं। कई बेवजह सड़कों पर घूम रहे हैं। ये वो लोग हैं जिन्हें ना तो खुद के जान की परवाह है और न ही परिवार और अन्य लोगों की। इन्हें इतनी भी समझ नहीं कि जान रहेगी तो दुकान रहेगी। खुद अपनी मौत के मुंह में मत जाओ। खुद तो मरोगे, पीछे न जाने कितनों को मारोगे।
जनता को समझना होगा कि सरकार हमारी दुश्मन नहीं है। संकट के इस दौर में सरकार जो भी फैसले ले रही है वो हमारे हित में है। लॉकडाउन आपकी सुरक्षा के लिए किया गया है। आपको बचाने के लिए किया गया है। अभी सिर्फ आग्रह किया है कि घरों से मत निकलो। सरकार को सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर मत करो। अगर इसी तरह बेपरवाह रहे तो सरकार को सख्ती दिखानी पड़ेगी। याद रखो, लॉकडाउन सिर्फ आपके शहर या राज्य में ही नहीं, देश के कई राज्यों में है। दिल्ली, बंगाल, हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र व राजस्थान में 31 मार्च तक लॉकडाउन है। पंजाब में लॉकडाउन असफल होने पर आज पूरे राज्य में कर्फ्यू लगा दिया गया है। ऐसा करने वाला पंजाब पहला राज्य है। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि लोग यह समझने को तैयार नहीं है कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए सोशियल डिस्टेंसिंग जरूरी है। लोग लॉकडाउन का पालन नहीं कर रहे थे इसलिए यह कदम उठाया गया है।
राजस्थान में भी लॉकडाउन किया गया है। इसके तहत सभी सरकारी व प्राइवेट कार्यालय, मॉल्स, दुकान, फैक्ट्री और सार्वजनिक परिवहन बंद रखने हैं। इसके बावजूद प्रदेश के कई हिस्सों में लोग इसका पालन नहीं कर रहे हैं। शायद अशिक्षित लोग परिस्थितियों को समझ नहीं रहे हैं। अब पंजाब की तरह राजस्थान में भी सख्त कदम उठाया जाना चाहिए। सीएम अशोक गहलोत को भी सेना बुलाकर राज्य में कर्फ्यू लगा देना जाना चाहिए। जनता को घरों में ही रोकने के लिए यह सख्ती जरूरी है।

-सुमित सारस्वत, मो.9462737273

error: Content is protected !!