*भाव भरा त्योहार*

नटवर विद्यार्थी
बाँटती है ईद, ख़ुशी के पैग़ाम को,
जोड़ती है ईद, टूटी हुई तान को ।
ईद है मरहम, किसी भी घाव के लिए ,
ईद ने सदैव दिल के चाक है सिए ।

ईद वो है स्रोत जिससे प्रेम झरा है ।
त्योहार ये हमारा कितना भाव भरा है ।।

ईद भाईचारे को परवान चढ़ाए ,
ईद वह त्योहार जो सद्भाव बढ़ाए ।
ईद सबके दिल में प्रेम भाव भरती है ,
ईद अमन औ’ चैन का प्रसार करती है ।

ईद की खुशियों से ओत-प्रोत धरा है ।
त्योहार ये हमारा कितना भाव भरा है ।।

ईद दीन-हीन का सहारा बनती है ,
ईद छुआछूत से किनारा करती है ।
ईद की उम्मीद पे उतरे खरा वही ,
जिसके सामने कोई छोटा-बड़ा नहीं ।

तोड़ दें दीवारें पर्व वो ही खरा है ।
त्योहार ये हमारा कितना भाव भरा है ।।

विश्व में ये देश किसी से नहीं है कम ,
ईद की ईदी यही है , एक रहे हम ।
मिलजुलकर आज सभी ईद पर्व मनाएं ,
आओ इस त्योहार को मिसाल बनाएं ।

कितनी सजी-धजी आज अपनी धरा है ।
त्योहार ये हमारा कितना भाव भरा है ।।
– *शुभकामनाओं सहित-*
– नटवर पारीक, डीडवाना

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