👉 _*राज्य सरकार का बहुत ही अच्छा निर्णय*_👌
👉 _*अभी कोरोना 😈का कहर खत्म नहीं हुआ है*_
👉 _*अब अभिभावक भी हो गए हैं निश्चिंत*_😇
👉 _*पहले 👨🎓यूनिवर्सिटी-काॅलेज खोलकर परीक्षाएं करा दीजिए*_
प्रेम आनंदकरराजस्थान की कांग्रेस सरकार को स्कूल अभी नहीं खोलने के लिए साधुवाद, धन्यवाद और आभार। सरकार, जब तक 0 से 18 वर्ष तक के सभी बच्चों को वैक्सीन नहीं लग जाती, तब तक स्कूल खोलने का निर्णय कीजिए भी नहीं। यही राय संभवतः प्रदेश की जनता और अभिभावकों की भी होगी और रहेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, चिकित्सा व स्वास्थ्य, सूचना व जनसंपर्क मंत्री रघु शर्मा और चिकित्सा व राज्यमंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने राज्य के प्रमुख चिकित्सकों की राय से स्कूलें अभी नहीं खोलने का बहुत ही अच्छा निर्णय किया है। पहले यह कहा जा रहा था कि 2 अगस्त से स्कूल खोले जाएंगे, तो इससे अभिभावकों की चिंता बढ़ गई थी। उनका कहना था कि बच्चों को वैक्सीन लगे बिना स्कूल भेजना ठीक नहीं होगा। अनेक अभिभावकों ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफाॅर्म पर यह भी कह दिया था कि यदि सरकार स्कूल खोल भी देती है, तो वे अपने बच्चों को कतई नहीं भेजेंगे। लेकिन अब सुखद बात यह है कि मुख्यमंत्री गहलोत और चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने अभिभावकों के दिल की आवाज सुनी। अब भी अनेक अभिभावकों का कहना है कि यदि अक्टूबर तक सभी बच्चों को वैक्सीन लगाने का काम पूरा नहीं हो जाता, तब तक स्कूलें नहीं खोलने का निर्णय नहीं किया जाना चाहिए। वैसे भी जनहित का ध्यान रखना सरकार का दायित्व है और वह इससे पीछे नहीं हटेगी, क्योंकि सरकार की पहली प्राथमिकता से कोरोना महामारी से जनता को बचाना है। यदि सरकार चाहे, तो फिलहाल यूनिवर्सिटी-काॅलेजों को खोलकर सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइड लाइन की पालना के साथ उनकी परीक्षाएं कराने का निर्णय कर सकती है। अभी तो प्रदेश के अनेक यूनिर्विसिटी-काॅलेजों में परीक्षाएं ही नहीं हुई हैं और ना ही ग्रेजुएट व पोस्टगे्रजुएट प्रिवीयस ईयर में प्रमोट करने या परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। फाइनल ईयर की परीक्षाएं भी होनी बाकी हैं।